प्रेमी का शव लेने को पुलिस और पूर्व पत्नी से भिड़ गई लिव इन पार्टनर
शिक्षा विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मी हरिओम ने आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद उसकी पूर्व पत्नी उसकी मां के साथ शव लेने पहुंची। तभी हरिओम के साथ लिव इन में रह रही प्रेमिका ने शव पर हक जता दिया।

करनाल। यहां शुक्रवार को एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मी हरिओम ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद उसकी पूर्व पत्नी उसकी मां के साथ शव लेने पहुंची। तभी हरिओम के साथ लिव इन में रह रही प्रेमिका ने शव पर हक जता दिया। उसने न सिर्फ शव पर हक जताया, बल्कि उसे पाने के लिए उसके परिवार और पुलिस से भी भिड़ गई। उसने आत्महत्या तक की धमकी दे डाली। आखिर 5 घंटे की कड़ी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने चपरासी का शव उसकी मां और पत्नी को ही सौंपा। गांव रायपुरा जाट्टान का हरिओम पिता की मौत के बाद उसकी जगह शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के तौर पर नौकरी पर लग गया था। इन दिनों जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) की गाड़ी चलाता था। गुरुवार को 38 साल के हरिओम ने सेक्टर 32 ग्राउंड में जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर उसकी लिव इन पार्टनर ने उसे अस्पताल में दाखिल कराया, जहां मौत हो गई।
ऐसे हुआ हंगामा
पोस्टमॉर्टम के दौरान शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे हरिओम की लिव इन पार्टनर कुछ लोगों को साथ लेकर मोर्चरी पहुंच गई। इसी बीच हरिओम की मां कृष्णा, पत्नी सुमन और अन्य परिजन भी पहुंच गए। पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों पक्ष हरिओम का शव लेने पर अड़ गए। एसपी गंगा राम पूनिया ने दोनों पक्षों को भरोसा दिया कि अन्याय नहीं होने देंगे। हरिओम पत्नी सुमन से दस साल से अलग रह रहा था। बाद में शव उसकी मां को सौंपा गया।