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हरियाणा में नहीं रूक रहा भ्रष्टाचार : महिला ASI चार लाख की रिश्वत लेती गिरफ्तार, DSP और SHO पर भी आरोप

शिकायकर्ता ने विजिलेंस में बताया कि महिला एएसआई ने उनसे 8 लाख रुपये मांगे थे। जब उन्होंने कहा कि वह 8 लाख रुपये कहा से देगा तो एएसआई ने कहा कि इनमें से 4 लाख रुपये डीएसपी को देने हैं और 3 लाख एसएचओ को।

हरियाणा में नहीं रूक रहा भ्रष्टाचार : महिला ASI चार लाख की रिश्वत लेती गिरफ्तार, DSP और SHO पर भी आरोप
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रिश्वत लेने की आरोपी एएसआई सरिता

हरिभूमि न्यूज : करनाल

स्टेट विजिलेंस टीम ने करनाल के सेक्टर-32-33 थाना की एएसआई सरिता को 4 लाख रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। विजिलेंस इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि नवजौत सिंह सिंधू ने उनको दी शिकायत में बताया कि एक महिला ने उनके खिलाफ झुठा मुकद्मा दर्ज करवाया हुआ है। जिसमें उसने आरोप लगाया कि उसके साथ रेप हुआ है। मामले की जांच डीएसपी को सौंपी गई। नवजौत का आरोप है कि सरिता ने उनसे कहा कि डीएसपी व एसएचओ को भी पैसे देने है। तभी केस में से धाराएं हटेंगी। इसी मामले को लेकर कई बार पंचायत भी हुई।

उसके बाद सेक्टर-32 थाने से उनके पास फोन आया। जब वह पुलिसकर्मी सरिता से मिले, तो उसने रेप की धारा हटाने व कुछ युवकों के नाम हटाने के लिए 10 लाख रूपए की डिमांड की। इस पर युवक ने कहा कि वह 10 लाख रूपए कहा से देंगे। उसके बाद पुलिसकर्मी ने उसे 8 लाख रूपए मांगे और कहा कि 4 लाख रूपए पहले देने हैं और 4 लाख काम होने के बाद। शिकायत के बाद विजिलेंस ने टीम गठित की और शिकायतकर्ता को 4 लाख रूपए कैमिकल लगे हुए दिए। जैसे ही उन्होंने एएसआई सरिता को 4 लाख रूपए दिए, तभी तुरंत टीम ने छापा मार दिया और महिला पुलिसकर्मी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

शिकायतकर्ता का आरोप

शिकायकर्ता ने विजिलेंस में बताया कि महिला एएसआई ने उनसे 8 लाख रूपए मांगे थे। जब उन्होंने कहा कि वह 8 लाख रुपये कहा से देगा, तो एएसआई ने कहा कि इनमें से 4 लाख रुपये डीएसपी को देने हैं और 3 लाख रुपये एसएचओ को। उसे तो केवल एक लाख ही मिलेगा। साथ ही महिला पुलिसकर्मी ने कहा कि यह सारे पैसे उसी के हाथों में देने हैं। इस मामले में शिकायकर्ता के आरोप हैं कि यह मामला दूसरे थाने का है, जबकि जानबुझ कर इसे सेक्टर-32,33 में लाया जा रहा है। वहीं विजिलेंस इंस्पेक्टर सचिन का कहना है कि शिकायकर्ता के सभी आरोपों की जांच की जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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