जहरीली शराब से मौत मामला : फरीदाबाद, सोनीपत व पानीपत के सीआईडी डीएसपी ने नहीं भेजी रिपोर्ट
एसआईटी टीम जांच को दोबारा से गति देने का काम करेगी हालांकि पूरे मामले में अभी टीम के सामने चुनौतियां पेश आ रही हैं। अभी तक जहां एफएसएल की रिपोर्ट नहीं मिल सकी है,

मंत्री अनिल विज
चंडीगढ़। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने जहरीली शराब की चांच कर रही एसआईटी की ओर से अतिरिक्त समय दिए जाने की मांग को स्वीकार करते हुए एक बार फिर से चार सप्ताह के लिए समय बढ़ा दिया है।
एसआईटी टीम जांच को दोबारा से गति देने का काम करेगी हालांकि पूरे मामले में अभी टीम के सामने चुनौतियां पेश आ रही हैं। अभी तक जहां एफएसएल की रिपोर्ट नहीं मिल सकी है, वहीं जिन-जिन जिलों में मौतें हुई हैं, वहां उन जिलों में सीआईडी के डीएसपी द्वारा भी मांगी गई रिपोर्ट नहीं भेजी गई है।
भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि जहरीली शराब से मौतों के मामले की जांच कर रही एसआईटी के चीफ ने सूबे के गृहमंत्री अनिल विज को लिखित में भेजकर चार सप्ताह का समय प्रदान करने की मांग की थी। इतना ही नहीं खुद गृहमंत्री विज पूरे मामले में पूरी गंभीरता व गहराई से कार्रवाई चाहते हैं, ताकि लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले लोगों पर शिकंजा कसा जा सके।
सूत्र यह भी बताते हैं कि एसआईटी को पूरे मामले में जिन-जिन जिलों में मौतेें हुई हैं, उन जिलों में पुलिस व सीआईडी से कोई खास सहयोग नहीं मिल सका है। दूसरी तरफ तक भी एफएसएल की रिपोर्ट अभी तक नहीं मिल सकी है।
इतना ही नहीं प्रभावित जिलों फरीदाबाद, सोनीपत और पानीपत सीआईडी के डीएसपी से रिपोर्ट मांगी गई थी, जो अभी तक भी नहीं मिली है। एसआईटी चीफ को सरकार की ओऱ से दो अफसर भी अस्थायी तौर पर दिए गए थे लेकिन इन्हें कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए वापस बुला लिया गया।
इतना ही नहीं आने वाले वक्त में खुद डीजी ने अफसरों की जरूरत होने पर उन्हें सूचित करने का निर्देश भी जारी किया था। इस तरह की दिक्कतों को लेकर गृहमंत्री विज ने राज्य के एसीएस होम राजीव अरोड़ा से भी चर्चा की है ताकि एसआईटी को जांच करने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आ सके।