चोरो ने ताले तोड़ पुलिस क्वार्टरों को खंगाला, उड़ा ले गए लाखों का सामान
पुलिस लाइन स्थित पुलिस कालोनी में चारों तरफ पुलिस की पहरेदारी रहती है, क्वार्टरों में दिन रात पुलिस कर्मियों का आवागमन भी रहता है। पुलिस लाइन में डीआईजी कम एसपी, एएसपी तथा अन्य अधिकारियों के क्वार्टर है।

हरिभूमि न्यूज. जींद। जिले में चोरों के हौंसले इतने बुलंद है कि जिनको जनता की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है उनको भी नहीं बख्शा। वह भी पुलिस कालोनी में जो सुरक्षा के लहजे से बहुत ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है।
पुलिस लाइन स्थित पुलिस कालोनी में चारों तरफ पुलिस की पहरेदारी रहती है, क्वार्टरों में दिन रात पुलिस कर्मियों का आवागमन भी रहता है। पुलिस लाइन में डीआईजी कम एसपी, एएसपी तथा अन्य अधिकारियों के क्वार्टर है। पुलिस लाइन तथा कालोनी के दोनों गेटों पर संतरी तैनात रहते है।
बावजूद इसके चोरों ने डीएसपी के रीडर, सब इंस्पेक्टर तथा दो हवलदारों के क्वार्टरों को निशाना बनाते हुए वहां से सोना, चांदी के जेवरात समेत हजारों रुपये कीमत का सामान चोरी कर लिया। पुलिस के घर में हुई चोरी से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम जनता के घरों में क्या होता होगा।
जहां पर कोई सुरक्षा की दृष्टि से पहरेदारी नहीं होती। फिलहाल पुलिस कर्मियों के परिजनों की शिकायत पर चोरी के मामले दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
डीएसपी के रीडर, सब इंस्पेक्टर व दो हवलदारों के टूटे ताले
बीती रात चोरों ने पुलिस कालोनी के क्वार्टरों में रह रहे डीएसपी के रीडर एएसआई आत्माराम, सदर थाना में डयूटीरत सब इंस्पेक्टर संजय, हवलदार राकेश, सदर थाना नरवाना में हवलदार रोहताश के क्वार्टरों के ताले तोड़कर आत्माराम के घर से चार तोले सोना, पांच तोले चांदी के जेवरात, रोहताश के घर से सोने की चैन, अंगूठी, सोने का सैट व अन्य सामान को चोरी कर लिया।
जबकि सब इंस्पेक्टर संजय तथा हवलदार राकेश के क्वार्टरों के ताले ही तोड़े गए। चोरी की घटनाओं के दौरान पुलिस कर्मी अपनी डयूटियों पर थे और उनके परिजन कार्यवश बाहर गए हुए थे। चोरियों का खुलासा वीरवार दोपहर को हुआ।
चारों क्वार्टरों के तोड़े गए कुंडे, एक साइड से घुस दूसरी साइड से निकले
पुलिस कालोनी में बीती रात पुलिस कर्मियों के क्वार्टरों में हुई चोरी की वारदातों में एक ही तरीका अपनाया गया है। चारों क्वार्टरों के कुंडे तोड़े गए हैं। सभी क्वार्टर ग्राउंड फ्लोर के हैं। मुख्य गेट के कुंडे तोड़कर क्वार्टरों में इंट्री की गई और अच्छी तरह खंगाल कर पिछले दरवाजे से कुंडी खोलकर चोर निकल गए। चोरी की वारदातों से साफ जाहिर हो रहा था कि चोरों को मालूम था कि कालोनी में क्वार्टरों से कौन-कौन परिवार बाहर गए हुए हैं। जिसके चलते उन्हें टारगेट बनाया गया।