सावधान! ट्रॉमा सेंटर से कोरोना मरीज लापता
पुलिस जांच कर रही है और ट्रामा के स्टाफ से भी पूछताछ की गई है। वहीं ट्रामा स्टाफ भी इस बात को हैरान है कि पॉजिटिव मरीज इतनी सुरक्षा के बावजूद कहां गायब हो गया या किस तरह ट्रामा सेंटर से बाहर निकला।

रोहतक। ट्रॉमा सेंटर से लापता हुआ कोरोना पॉजिटिव मरीज।
हरिभूमि न्यूज: रोहतक
सावधान रहें! पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर (Trauma center) से कोरोना पॉजिटिव एक मरीज लापता हो गया है। प्रयास करने के बाद भी तीन दिन से मरीज का अता-पता नहीं लग पाया। मरीज के बेटे ने अब पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस जांच कर रही है और ट्रामा के स्टाफ से भी पूछताछ की गई है। वहीं ट्रामा स्टाफ भी इस बात को हैरान है कि पॉजिटिव मरीज इतनी सुरक्षा के बावजूद कहां गायब हो गया या किस तरह ट्रामा सेंटर से बाहर निकला।
कानौंदा के रहने वाले 68 वर्षीय रणबीर शनिवार को गांव में साइकिल पर कहीं जा रहे थे। इसी दौरान कार के साथ उनकी टक्कर हो गई थी। इसके बाद परिजन उन्हें स्थानीय अस्पताल में लेकर गए और वहां से उन्हें पीजीआई रेफर कर दिया गया। यहां इमरजेंसी में इलाज के बाद उन्हें वार्ड-5 में भेज दिया गया। यहां उनका कोविड टेस्ट किया गया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। संक्रमित होने के कारण उन्हें ट्रामा सेंटर में दाखिल करवा दिया गया। उनके बेटे जसबीर ने बताया कि 12 अप्रैल को उन्होंने शाम को अपने पिता से बात की और परिवार के साथ वीडियो कॉल भी करवाई। इसके बाद उनके पिता ट्रामा सेंटर में अपने वार्ड-16 में चले गए।
पिता से मिलने ट्रामा सेंटर गया था बेटा तभी पता चला
रणबीर के बेटे जसबीर ने बताया कि मंगलवार को वो अपने पिता का हालचाल जानने ट्रामा सेंटर पहुंचा तो उनका पता नहीं लग पाया। पिता के पास मोबाइल नहीं था तो वे कॉल करने में भी असमर्थ थे। बाहर से ही वहां मौजूद डॉक्टर और नर्स से भी बात की, लेकिन किसी ने उनके पिता रणबीर को नीचे नहीं बुलाया। इसी दौरान शिफ्ट बदली तो एक हेल्थ केअर वर्कर आई। जसबीर ने उनसे बात की। दोपहर बाद पता चला कि उनके पिता रणबीर अपने बिस्तर पर नहीं हैं। पूरे ट्रामा सेंटर में तलाश गया, लेकिन कहीं पता नहीं लग पाया।
सीएमओ के पास गए पर जवाब नहीं मिला
जसबीर के अनुसार वह सीएमओ के पास भी गए, लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली। एमएस ऑफिस भी गए, लेकिन यहां कोई अधिकारी नहीं मिले। आसपास तलाश भी की गई, लेकिन पिता का कहीं पता नहीं लग पाया। थक हारकर वे बुधवार को वे पीजीआई थाने में गए और पिता के लापता होने की शिकायत दी। 100 नंबर पर भी कॉल की गई। वहां से पुलिस कर्मी भी आए और स्टाफ से पूछताछ भी की। लेकिन उनके पिता का कहीं अता पता नहीं।