गिरोह का पर्दाफाश : बैंक कर्मचारी बन लोन दिलाने का झांसा देकर करते थे ठगी, एनसीआर में 30 से ज्यादा वारदात
पुलिस टीम ने आरोपी रोशन विश्वकर्मा पुत्र छोटेलाल निवासी विजय नगर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश और सोनू पुत्र श्यामलाल निवासी संगम विहार दिल्ली को फरीदाबाद बॉर्डर एरिया से गिरफ्तार किया।

बैंक कर्मी बन ऑनलाइन ठगी करने के आरोपी साइबर क्राइम पुलिस की गिरफ्त में।
फरीदाबाद। लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करने के मामले में साइबर अपराध थाना फरीदाबाद पुलिस टीम ने दो अपराधियों को काबू किया है जोकि बैंक कर्मचारी बन लोगों को कॉल कर उनको लोन दिलाने का झांसा देते थे और फिर उसके बाद उनके साथ ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। तिरखा कॉलोनी में रहने वाले महेंद्री के पास 13 जुलाई 2021 को बैंक कर्मचारी बन आरोपियों ने फोन किया और शिकायतकर्ता महेंद्री उनकी बातों में आ गया। आरोपियों ने शिकायतकर्ता के खाते से 1 लाख 79 हजार 999 रुपए निकाल लिए। शिकायतकर्ता द्वारा साइबर अपराध थाना में सूचना दी गई।
मामला पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह के संज्ञान में आने पर पुलिस उपायुक्त अपराध जयवीर सिंह और सहायक पुलिस आयुक्त अपराध अनिल यादव के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने तकनीकी माध्यम से साक्ष्य जुटाकर आरोपियों की पहचान की। जिस उपरांत पुलिस टीम ने आरोपी रोशन विश्वकर्मा पुत्र छोटेलाल निवासी विजय नगर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश और सोनू पुत्र श्यामलाल निवासी संगम विहार दिल्ली को फरीदाबाद बॉर्डर एरिया से गिरफ्तार किया।
पुलिस टीम ने आरोपियों को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई जिसमें सामने आया कि आरोपियों ने बैंक कर्मचारी बन लोन दिलाने के नाम पर 30 से ज्यादा वारदातों को एनसीआर एरिया में अंजाम दिया हुआ है। आरोपियों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने में उनके साथ एक अन्य साथी भी होता था जो कि लोगों के मोबाइल नंबर और धोखाधड़ी के पैसे अकाउंट में डालने वाला अकाउंट भी वही उपलब्ध कराता था। साइबर अपराध थाना की पुलिस टीम फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। आरोपियों से 1 लाख 30 हजार रुपये और वारदात में इस्तेमाल की गई मोबाइल सिम बरामद कर ली है। उपरोक्त दोनों आरोपियों का रिमांड पूरा होने पर उन्हें पेश अदालत कर जेल भेजा है।