व्यापारी पर बरसाईं गोलियां, चाचा-भतीजा घायल
साहस का परिचय देते हुए सोनू राणा ने हमलावरों से बंदूक छिन ली। भीड़ को देखकर हमलावर गाड़ी में सवार होकर कैथल की तरफ भाग गए।

कलायत नेशनल हाई-वे पर मौका स्थल पर पुलिस टीम।
हरिभूमि न्यूज. कलायत
कलायत में चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग पर 26 जनवरी के दिन खल व्यापारी सोनू राणा और उसके चाचा राकेश पर गोलियाें से हमला करने का मामला सामने आया है। कई राउंड फायर गोलियां चलने से जख्मी चाचा-भतीजे को कैथल सरकारी अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों की टीम ने उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। स्थानीय बस अड्डा के पास घटी इस घटना को पुलिस कप्तान लोकेंद्र सिंह ने गंभीरता से लिया। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी जयवीर सिंह, सब इंस्पेक्टर गुरदेव सिंह और दूसरे पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे।
पुलिस को दी शिकायत में घायल राकेश राणा के पुत्र अंकुर ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे वह खल भंडार पर आया हुआ था। इस दौरान तीन लोग सोनू, नवीन और अशोक एक कार से दुकान के पास उतरे। आरोप है कि एक के हाथ में दो नाली बंदूक थी। इनमें से दो ने पिता राकेश पर फायर किया जो उसकी टांग पर जांघ के पास लगा। वे जख्मी होकर जमीन पर गिर पड़े। जब चचेरे भाई सोनू राणा ने दौड़कर बचाव करने का प्रयास किया तो उस पर गोलियों से हमला कर दिया। वह भी जख्मी हो गया। साहस का परिचय देते हुए सोनू राणा ने हमलावरों से बंदूक छिन ली। भीड़ को देखकर हमलावर गाड़ी में सवार होकर कैथल की तरफ भाग गए। बीच बचाव में एक अन्य युवक मोनू को गोलियों के छरे लगे बताए जाते हैं।
जान हथेली पर रखकर किया हमलावरों का मुकाबला
प्रभावित परिवार के लोगों का कहना है कि खल व्यापारी सोनू राणा ने जान हथेली पर रखकर बंदूक से हमला करने वालों का सामना किया। हालांकि हमलावर तीन थे। बावजूद इसके उसने साहस का परिचय देते हुए दबोचने का प्रयास किया। भारी मशक्कत के बीच वह हमलावरों से बंदूक छीनने में सफल रहा। सोनू राणा के हौसले को देखकर आसपास के लोग मदद के लिए आगे आए और हमलावर भाग खड़े हुए। बताया जा रहा है कि यदि स्थिति को समय पर काबू न किया जाता तो जानी नुकसान हो सकता था।