शर्मसार : खेतों में नवजात शिशु को फेंका, जानवरों ने नोचा
क्षत विक्षत अवस्था में मिले इस इस शिशु के शव को आसौदा थाना पुलिस ने नागरिक अस्पताल में रखवा दिया है। पुलिस ने धारा 318 के तहत केस दर्ज कर शिशु को लावारिस हालत में छोड़ने वालों को पकड़ने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

शिशु का शव।
हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
मानवता और मां की ममता को शर्मसार करता एक मामला बहादुरगढ़ में सामने आया है। यहां के एक गांव के खेतों में किसी ने नवजात शिशु (लड़के) को फेंक दिया। इस शिशु को जानवरों ने नोच डाला। क्षत विक्षत अवस्था में मिले इस इस शिशु के शव को आसौदा थाना पुलिस ने नागरिक अस्पताल में रखवा दिया है। पुलिस ने धारा 318 के तहत केस दर्ज कर शिशु को लावारिस हालत में छोड़ने वालों को पकड़ने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
मामला गांव जाखोदा का है। दरअसल, गांव का निवासी संदीप मंगलवार को अपने खेतों में स्प्रे कर रहा था। इस दौरान उसकी नजर खेतों के डोले पर गई तो दूर से उसे कुछ अजीब नजर आया। नजदीक जाकर देख तो नवजात शिशु का शव था। उसे जानवरों द्वारा नोचा गया था। मानवता को शर्मसार करती यह घटना आग की तरह इलाके में फैल गई। मौके पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई। कंट्रोल रूम में सूचना दी गई तो आसौदा थाने से पुलिस मौके पर पहुंच गई और आवश्यक कार्रवाई शुरू की। मृत शिशु के संबंध में पुलिस ने आसपास काफी ग्रामीणों से पूछताछ की। जब कोई जानकारी नहीं मिली तो पुलिस शव को बहादुरगढ़ ले गई और नागरिक अस्पताल के शवगृह में 72 घंटे के लिए रखवा दिया।
बच्चे को डिलीवरी के तुरंत बाद ही खेतों में फेंका गया है। एक हाथ और धड़ को बुरी तरह से नोचा गया है। आशंका जताई जा रही है कि किसी ने पहचान छिपाने के मकसद से शिशु को खेतों में छोड़ दिया। कड़कती ठंड या फिर जानवरों द्वारा नोचे जाने से शिशु ने दम तोड़ दिया। जिस किसी को इस घटना के बारे में पता लगा रहा है, वह शिशु की इस हालत के जिम्मेदारों को कोस रहा है। उधर, आसौदा थाने से मामले के जांच अधिकारी रोहताश सिंह ने कहा कि शिशु मृत या जीवित अवस्था में खेतों में छोड़ा गया, ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल पाएगा। फिलहाल 318 के तहत केस दर्ज किया गया है। जाखोदा व आसपास लगते इलाकों में पूछताछ चल रही है। अस्पतालों के रिकार्ड खंगालकर भी यह पता लगाया जाएगा कि हाल-फिलहाल में कहां-कहां डिलीवरी हुई। जल्द से जल्द आरोपितों को पकड़ा जाएगा।