प्रदेश के 14 जिलों में 120 सड़कों को मंजूरी
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जिसने 'प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना' के फेज-थ्री के फ्रस्ट-बैच को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस बैच में 690 किलोमीटर लंबाई की ग्रामीण सडक़ हरियाणा के हिस्से में आई थी जिस पर 383.58 करोड़ रूपए की लागत आई है।

देश के इस राज्य में पहली बार मिट्टी से बनाई जाएगी सड़क
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जिसने 'प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना' के फेज-थ्री के फ्रस्ट-बैच को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस बैच में 690 किलोमीटर लंबाई की ग्रामीण सडक़ हरियाणा के हिस्से में आई थी जिस पर 383.58 करोड़ रूपए की लागत आई है। इसके अलावा, इसी योजना के तहत एक और ऐतिहासिक सफलता अर्जित करते हुए हरियाणा देश का प्रथम राज्य बना जिसको फेज-टू का अप्रूवल सबसे पहले दो दिन पूर्व ही 5 मार्च 2021 को मिला है। इसमें करीब 550 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली 120 सडक़ों की मंजूरी मिली है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 14 जिलों के लिए मंजूर हुई इन सडक़ों की कुल लंबाई 1217 किलोमीटर है।
डिप्टी सीएम, जिनके पास लोक निर्माण विभाग का प्रभार भी है, ने हरियाणा निवास में पत्रकार-वार्ता के दौरान बताया कि जिन 14 जिलों के लिए सडक़ें मंजूर हुई हैं उनमें अंबाला जिला में 9, भिवानी में 17, फरीदाबाद में 2, फतेहाबाद में 14, हिसार में 14, जींद में 3, कैथल में 7, कुरुक्षेत्र में 8, महेंद्रगढ़ में एक, पलवल में 12, पानीपत में 11, रोहतक में 4, सिरसा में 7 तथा सोनीपत में 11 सडक़ें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पिछली बार 'प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना' में 11 जिलों के लिए 670 किलोमीटर लंबाई की सडक़े मंजूर हुई थी।