Farmers Protest: किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए पंजाब से रवाना होंगे कई जत्थे, गर्मी को लेकर ट्रोलियों में किए गए ये इंतजाम
Farmers Protest: वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अमृतसर से कल जत्था रवाना हो रहा है, गर्मियों को ध्यान में रखते हुए ट्रोलियों में इंतजाम किए गए हैं। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव ने बताया कि पंखे, पानी और मच्छरों के लिए व्यवस्था की गई है।

किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए पंजाब से रवाना होंगे कई जत्था
Farmers Protest नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। तीन महीने से ज्यादा दिल्ली के बॉर्डरों (Delhi Border) पर किसान डटे हुए है। कृषि कानूनों को केंद्र (Central Government) रद्द करने से साफ इनकार कर चुकी है। लेकिन किसानों भी कानूनों को रद्द करवाने पर अड़े हुए है। वहीं दिल्ली पुलिस (Delhi Police) अभी भी सुरक्षा में तैनात है। ऐसे में गर्मी को देखते हुए किसान संगठनों ने सीमाओं पर विशेष इंतजाम कर रहे है। वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अमृतसर से कल जत्था रवाना हो रहा है, गर्मियों को ध्यान में रखते हुए ट्रोलियों में इंतजाम किए गए हैं।
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— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) February 27, 2021
किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव ने बताया कि पंखे, पानी और मच्छरों के लिए व्यवस्था की गई है। उधर, कृषि कानूनों पर चल रहे आंदोलन को मजबूत करने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत 5 फरवरी से 15 फरवरी देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर लोगों को संबोधित करेंगे। जबकि 20, 21 और 22 फरवरी को कई राज्यों का दौरा का लोगों को 40 लाख ट्रैक्टर जुटाने का आह्वान करेंगे।
पंजाब: कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अमृतसर से कल जत्था रवाना हो रहा है, गर्मियों को ध्यान में रखते हुए ट्रोलियों में इंतजाम किए गए हैं। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव ने बताया, "पंखे, पानी और मच्छरों के लिए व्यवस्था की गई है।" pic.twitter.com/gKTEOm0wD4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 4, 2021
राकेश टिकैत ने कहा कि केवल व्यापारिक पक्ष के लिए बनाये कानून किसान समाज को गुलाम बना देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि रोटी पर व्यापार बर्दाश्त नहीं, अनाज तिजौरी में बंद नहीं होने देंगे। भूख पर व्यापार करने वाले लोग कान खोल कर सुन लें। भूख पर रोटी की कीमत तय नहीं होने देंगे। रोटी को तिजोरी में बंद नहीं होने देंगे और ना ही रोटी को बाजार की वस्तु बनने देंगे।