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Farmers Protest: टीकरी बॉर्डर पर एक और किसान ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में बयां किया अपना दर्द

Farmers Protest: मृतक किसान ने सुसाइट नोट में सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार से मेरी हाथ जोड़कर विनती है, मरने वाले की आखिरी इच्छा पूरी की जाती है, मेरी आखिरी इच्छा है कि ये तीनों कृषि कानून सरकार वापस ले और किसानों को खुशी-खुशी घर भेज दें।

Farmers Protest: टीकरी बॉर्डर पर एक और किसान ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में बयां किया अपना दर्द
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प्रतीकात्मक तस्वीर। 

Farmers Protest: कृषि कानूनों को लेकर किसानों विरोध जारी है। पिछले 100 दिनों से किसान दिल्ली के बॉर्डरों (Delhi Border) पर डटे हुए हैं। इसी बीच, टीकरी बॉर्डर (Tikri Border) से किसानों के लिए बुरी खबर सामने आई। यहां एक और किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली है। किसान की पहचान राजबीर सिंह (55) के तौर पर हुई है। पुलिस (Delhi Police) को उसके शव के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ है।

वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। नकारी के मुताबिक, मृतक किसान हिसार का रहने वाला था। जो कि काले कानून को रद्द और एमएसपी पर कानून की मांग कर रहा था। लेकिन कई दिनों से प्रदर्शन करने वाले इस किसान का हौंसला आज टूट गया और उस किसान ने मौत को गले लगा लिया।

वहीं फांसी लगाने से पहले राजबीर ने एक सुसाइट नोट लिखा जिसमें सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की अपील की। सरकार से मेरी हाथ जोड़कर विनती है, मरने वाले की आखिरी इच्छा पूरी की जाती है, मेरी आखिरी इच्छा है कि ये तीनों कृषि कानून सरकार वापस ले और किसानों को खुशी-खुशी घर भेज दें।

उन्होंने आगे लिखा कि किसान भाइयों मेरा बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए, तीनों काले कानून सरकार को वापस कराके, घर जाएं। सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और किसानों को एमएसपी की गारंटी दे। आपको बता दें कि इससे पहले कृषि कानूनों को लेकर कई किसान आत्महत्या कर चुके है। करीब 70 अधिक किसानों की इन काले कानूनों के खिलाफ हो चुकी है। बीते दिन टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन में भाग ले रहे किसान जनक सिंह (70) की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। ये लंबे समय से आंदोलन में शामिल हो रहे थे।

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