कोरोना का खौफ! दिल्ली समेत देशभर में आज से रमजान महीने की शुरुआत, जामा मस्जिद के बाजारों में नहीं दिखी चहल-पहल
पिछले एक सप्ताह से घरों और मस्जिदों में माह-ए-रमजान के आने का इंतजार मुस्लिम समाज के लोग कर रहे थे। आखिरकार मंगलवार की शाम चांद का दीदार हो गया। उलेमा-ए-अहले सुन्नत ने चांद का ऐलान किया। लोगों ने एक-दूसरे से मिलकर और सोशल मीडिया पर बधाई देनी शुरू कर दी। पुरुषों ने एशा की नमाज के बाद तरावीह की नमाज अदा की।

मंदिर और गुरुद्वारे में कोरोना नियमों का उल्लंघन तो जामा मस्जिद में कोविड प्रोटोकॉल का पालन
दिल्ली में कोरोना खौफ जारी है। वहीं नवरात्रि (Navratri) और रमजान (Ramadan) के पवित्र त्योहारों पर कोरोना महामारी (Corona Pandemic) का असर साफ देखा जा रहा है। इसलिए लोगों का ये त्योहार कोरोना की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। मंदिरों (Temple) और मस्जिदों (Masjid) में लोगों को सीमित संख्या में जाने की इजाजत मिली है। वहीं लोगों को घरों से नमाज या पूजा करने की सलाह दी गई है। इसी बीच, दिल्ली समेत देशभर में आज से रमज़ान के महीने की शुरूआत हुई। पिछले एक सप्ताह से घरों और मस्जिदों में माह-ए-रमजान के आने का इंतजार मुस्लिम समाज के लोग कर रहे थे। आखिरकार मंगलवार की शाम चांद का दीदार हो गया।
उलेमा-ए-अहले सुन्नत ने चांद का ऐलान किया। लोगों ने एक-दूसरे से मिलकर और सोशल मीडिया पर बधाई देनी शुरू कर दी। पुरुषों ने एशा की नमाज के बाद तरावीह की नमाज अदा की। कोरोना की वजह से आज पहले रोज़े के दिन जामा मस्जिद (Jama Masjid) के बाजारों में चहल-पहल नहीं दिखी। एक व्यक्ति ने कहा कि घर से बेहतर इबादत कहीं नहीं हो सकती। घरों में इबादत करें और रोज़ा रखें। कोरोना गाइडलाइन पर अमल करें तो रमज़ान महीना कबूल होगा।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रमजान पर मुबारकबाद देते हुए ट्वीट किया कि रमजान हमें जरूरतमंदों और वंचितों की सेवा करने का एक महत्वपूर्ण संदेश देता है। यह समानता, भाईचारे और करुणा पर जोर देता है। आपको बता दें कि दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के 13,468 नये मामले सामने आये जो अभी तक एक दिन में सामने आने वाले सबसे अधिक मामले हैं। वहीं 81 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो गई। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़े से मिली। बुलेटिन में कहा गया है कि शहर में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 7,50,156 हो गए हैं जबकि मृतक संख्या बढ़कर 11,436 हो गई है। फिलहाल लोग घरों में रहकर ही रमजान को मना रहे है। लोगों से अपील की जा रही है कि घरों में रहकर रोजा रखे।