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'सिस्टम' ने ली वृद्धा की जान : 3 साल तक करती रही पीएम आवास का इंतजार, आखिर बर्दाश्त नहीं कर पाई मौसम की मार

एक वृद्धा सिस्टम की मार का शिकार हो गई। प्रधानमंत्री आवास का सपना संजोए पिछले करीब 3 साल से प्रतीक्षालय में दिन गुजार रही वृद्धा मौसम की मार बर्दाश्त नहीं कर सकी और दुनिया को अलविदा कह दिया। अब माँ की मौत से दुखी बेटी ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि...

सिस्टम ने ली वृद्धा की जान : 3 साल तक करती रही पीएम आवास का इंतजार, आखिर बर्दाश्त नहीं कर पाई मौसम की मार
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रविकांत सिंह राजपूत/मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ जिले में एक वृद्धा सिस्टम की मार का शिकार हो गई। प्रधानमंत्री आवास का सपना संजोए पिछले करीब 3 साल से प्रतीक्षालय में दिन गुजार रही वृद्धा मौसम की मार बर्दाश्त नहीं कर सकी और दुनिया को अलविदा कह दिया। दरअसल मनेंद्रगढ़ विधानसभा के खड़गवां ब्लाक के ग्राम पंचायत धवलपुर के पटेलपारा में 70 वर्षीया बालकुंवर प्रतीक्षालय में रह रही थी। मौसम की मार बर्दाश्त नहीं कर सकी और बुधवार शाम उसने दम तोड़ दिया।

अब मुझे और मासूम को मौसम की मार से बचा लीजिए कलेक्टर साहब

वहीं मृतका के साथ रहने वाली उसकी बेटी फूलकुंवर ने बताया कि 2 दिन पहले तेज हवा के साथ हुई बरसात में प्रतीक्षालय में रह रही उसकी माँ भीग गई। इससे वह बीमार पड़ गई और बुधवार को उसकी मृत्यु हो गई। माँ की मौत से दुखी बेटी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास का उसकी माँ का सपना धरा का धरा रह गया। उसने रोते- बिलखते हुए कोरिया कलेक्टर से गुहार लगाई कि पीएम आवास की राह तकते उसकी माँ तो गुजर गई, लेकिन उसे और उसके मासूम बेटे को तो मौसम की मार से बचा लीजिए।

काश विधायक पहुंचते गांव

उल्लेखनीय है कि मनेन्द्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय जायसवाल ने 5 दिन पहले धवलपुर से सटे पाराडोल गांव का लाव लश्कर के साथ बाइक से दौरा किया था। लेकिन पाराडोल से 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित गाँव धवलपुर जाने की जहमत नहीं उठाए। काश विधायक धवलपुर गांव पहुंचते और अधिकारियों को वृद्धा के रहने के इंतजामात कराने को लेकर निर्देशित करते तो वृद्धा बालकुंवर सिस्टम की आपदा का शिकार नहीं होती। देखिए वीडियो-




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