मंहगा हुआ पानी टैंकर का किराया 55 रूपये बढ़ा, इस गर्मी में भी समस्या से मुक्ति नहीं
रायपुर शहर की जनता की प्यास बुझाने इस साल भी गर्मी में सरकारी खजाने पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इस सीजन में ठेकेदारों ने टैंकर किराया बढ़ा दिया है। जिससे 50 रुपए प्रति चक्कर टैंकर का किराया बीते साल की तुलना में इस बार अधिक लगेगा यानी 395 रुपए में पानी ढोने वाला टैंकर अब 450 रुपए में पड़ेगा।

रायपुर शहर की जनता की प्यास बुझाने इस साल भी गर्मी में सरकारी खजाने पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इस सीजन में ठेकेदारों ने टैंकर किराया बढ़ा दिया है। जिससे 50 रुपए प्रति चक्कर टैंकर का किराया बीते साल की तुलना में इस बार अधिक लगेगा यानी 395 रुपए में पानी ढोने वाला टैंकर अब 450 रुपए में पड़ेगा। इसका पूरा भुगतान नगर निगम खुद उठाएगा। हालांकि नगर निगम ने पानी सप्लाई करने का टारगेट 50 लाख रुपए रखा है।
दरअसल शहर की झुग्गी बस्तियों और ऐसे रिहाइशी इलाकाें में जहां गर्मी के सीजन में पानी की किल्लत होती है वहां नगर निगम द्वारा टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। विभागीय टैंकर के अलावा हर साल लाखों रुपए खर्च कर किराए पर टैंकर लिए जाते हैं। इस बार उम्मीद थी कि टैंकर के माध्यम से पानी सप्लाई की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन सरकारी सिस्टम ने इस मंसूबे पर पानी फेर दिया। इस बार भी 50 लाख रुपए खर्च कर लोगों की प्यास बुझाई जाएगी।
तीन नई पानी टंकियां, फिर भी टैंकर की जरूरत
अमृत मिशन के तहत रायपुर शहर के देवपुरी और कचना एवं आमासिवनी में नई पानी टंकी बनाई गई। साथ ही शहर के आउटर इलाके के वार्डों में पानी की पाइपलाइन बिछाने करोड़ों रुपए स्वीकृत हुए पर काम की सुस्त रफ्तार के चलते इन इलाकों में इंटरकनेक्शन का काम अधूरा पड़ा है।
इसके चलते इस बार गर्मी में दर्जनों कालोनियों में नई पानी टंकी से पीने का शुद्ध पानी पहुुंचना संभव नहीं है। ऐसी स्थिति को देखते हुए जल विभाग ने जलसंकट प्रभावित क्षेत्रों में किराए के पानी टैंकर चलाने एमआईसी की प्रत्याशा में टैकरों का टेंडर किया। शनिवार को मेयर इन काउंसिल की बैठक में इसकी पुष्टि कर 50 लाख रुपए पानी टैंकर के लिए खर्च करने की सीमा तय की गई है।
नगर निगम मुख्यालय में शनिवार की शाम महापौर एजाज ढेबर की अध्यक्षता में मेयर इन काउंसिल की बैठक हुई जिसमें 29 प्रस्ताव चर्चा के लिए रखे गए। चर्चा के बाद इन प्रस्तावों पर मुहर लगी। स्कूली छात्रों के लिए पहली बार 45 दिनों के ग्रीष्मकालीन खेल शिविर का आयोजन नगर निगम करेगा।
शहर के उद्यानों में अब नहीं लगेंगे मोबाइल टाॅवर
महापौर एजाज ढेबर ने शहर के बगीचों में मोबाइल टाॅवर लगाने संबंधी प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उद्यानों में लोग अपनी सेहत बनाने के लिए आते हैं। यदि वहां मोबाइल टाॅवर लगा दिया जाए तो रेडिएशन का खतरा रहेगा। नगर निगम का राजस्व बढ़ाने आम जनता की सेहत दांव पर नहीं लगने देंगे।
पिछले एक साल से रायपुर में कहीं भी नए टॉवर लगाने की स्वीकृति नहीं दी गई है। प्रस्ताव के अनुसार चर्चा में सहमति व्यक्त की गई। सबसे पहले निगम के भवनों और डिवाइडर पर मोबाइल टाॅवर लगवाए जाएं। वहीं बगीचों में मोबाइल टाॅवर लगाने के प्रस्ताव को एमआईसी ने खारिज कर दिया।
11 पानी टंकियों में पेंटिंग से 53 लाख की कमाई
शहर की 31 पानी टंकियों में निजी कंपनियां पेंटिंग कर कुछ हिस्से में विज्ञापन करेंगी। अभी 11 पानी टंकियों को 5 साल के लिए पेंटिंग कराने प्रस्ताव आया है जिसमें निगम को 53 लाख का राजस्व मिलेगा। एमआईसी में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। बाकी टंकियों के लिए नई निविदा जल्द जारी होगी।
इन प्रस्तावों पर मुहर
ओसीएम चौक से कोतवाली चौक मार्ग का नामकरण स्व. इंदरचंद धाड़ीवाल के नाम से।
शहर में मदर टेरेसा की प्रतिमा लगाने संबंधी प्रस्ताव।
तेलीबांधा थाने के सामने नवनिर्मित बगीचे में संविधान की पुस्तक व उद्देशिका स्थापित होगी।
सिद्धार्थ चौक से पचपेड़ीनाका चौक का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. प्यारेलाल यादव के नाम पर.
तुलसीनगर से लालवानी दवाखाना तक मार्ग अब डॉ. खूबचंद बघेल मार्ग के नाम से जाना जाएगा।
भारतमाता चौक से पहाड़ी चौक और शुक्रवारी बाजार से लेकर गुढ़ियारी पड़ाव मार्ग गुरु घासीदास बाबा के नाम से और पहाड़ी चौक से आंबेडकर चाैक होते हुए ओवरब्रिज गोंदवारा रोड का नाम बाबा साहब आंबेडकर के नाम से करने को मंजूरी
बैठक में ये रहे शामिल
नागभूषण राव, श्रीकुमार मेनन, ज्ञानेश शर्मा, सतनाम पनाग, समीर अख्तर, रितेश त्रिपाठी, आकाश तिवारी, जितेंद्र अग्रवाल, सहदेव व्यवहार, सुंदर जोगी, द्रोपती पटेल।