राज्यपाल से भाजपा नेताओं की मुलाकात पर सियासत
रायपुर के राजभवन में राज्यपाल से भाजपा नेताओं की मुलाकात पर अब राजनीति शुरू हो गई है। कृषिमंत्री रविंद्र चौबे ने राज्यपाल से मुलाकात को लेकर भाजपा पर सवाल उठाए हैं। उहोंने कहा कि राजभवन को भाजपा की राजनीति का अड्डा नहीं बनाना चाहिए। राजभवन का इस्तेमाल राजनीतिक मोहरे के रूप में नहीं किया जाना चाहिए।

रायपुर के राजभवन में राज्यपाल से भाजपा नेताओं की मुलाकात पर अब राजनीति शुरू हो गई है। कृषिमंत्री रविंद्र चौबे ने राज्यपाल से मुलाकात को लेकर भाजपा पर सवाल उठाए हैं। उहोंने कहा कि राजभवन को भाजपा की राजनीति का अड्डा नहीं बनाना चाहिए। राजभवन का इस्तेमाल राजनीतिक मोहरे के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। बंगाल के राजभवन का वक्तव्य देख रहे हैं। भाजपा को जनादेश का सम्मान करना सीखना चाहिए।
सोमवार को भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल अनुसुईया उइके से मुलाकात की थी इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और सांसद विधायक मौजूद थे। भाजपा ने कोरोना से निपटने को लेकर भूपेश सरकार को फेल बताया था। मुख्यमंत्री से आमने-सामने मिलकर चर्चा करने को कहा था लेकिन सरकार ने वर्चुअल मीटिंग को कहा। इसी के बाद भाजपा नेता राजभवन पहुंचे थे लेकिन अब इस पर सियासत तेज हो गई है।
बृजमोहन का पलटवार
वहीं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रविंद्र चौबे के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जब सरकारें जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं करतीं, तब राजभवन को सक्रिय होना पड़ता है। यह सरकार तो हर मोर्चे पर असफल है।