उम्मीद की पहली किरण : 7 दिन तक नहीं बढ़े केस तो बढ़ेगा खुशियों का ग्राफ
खुशियों का वक्त लौट रहा है। मौत और खौफ का कहर कम हो रहा है। कोरोना संक्रमण के घटते मामले इसकी गवाही दे रहे हैं। खासतौर पर रायपुर में। 13 अप्रैल को रायपुर मे संक्रमितों की संख्या 4168 पहुंच गई थी, जो यूरोप के कई देशों से ज्यादा थी। बड़ी संख्या में मौतें हुई। कुछ लोग हमारे बीच नहीं रहे। लेकिन अंधेरे के बाद सवेरा होता ही है।

रायपुर. खुशियों का वक्त लौट रहा है। मौत और खौफ का कहर कम हो रहा है। कोरोना संक्रमण के घटते मामले इसकी गवाही दे रहे हैं। खासतौर पर रायपुर में। 13 अप्रैल को रायपुर मे संक्रमितों की संख्या 4168 पहुंच गई थी, जो यूरोप के कई देशों से ज्यादा थी। बड़ी संख्या में मौतें हुई। कुछ लोग हमारे बीच नहीं रहे। लेकिन अंधेरे के बाद सवेरा होता ही है।
उम्मीद की पहली किरण दिखने लगी है। रायपुर में जांच कराने वाले कम हो रहे हैं। संक्रमितों की संख्या 80 फीसदी कम हो गई है। अगर सात दिन तक संक्रमितों की संख्या में गिरावट रहती है तो कोरोना का कहर गुजर गया। वहीं प्रदेश में कोरोना अभी ठहराव की स्थिति है जिसे कोरोना का पीक माना जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में 14 से 15 हजार के बीच कोरोना केस सामने आ रहे हैं जिसमें विशेषज्ञों का तर्क है कि संक्रमण बड़े जिलों से निकलकर छोटे जिलों और ग्रामीण इलाकों में पहुंच गया है जिसकी वजह से केस कम नहीं हो रहे हैं। बड़े जिलों में अगले सप्ताह से कमी होनी शुरू होगी।