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पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह बोले- कवर्धा मामले में ज्यूडिशियल इंक्वायरी की जरूरत, विस्फोटक स्थिति क्यों निर्मित हुई?

पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह कवर्धा में लाठीचार्ज से घायल हुए पीड़ितों से मिलने के लिए कवर्धा रवाना हो चुके हैं. कवर्धा रवानगी से पहले डॉ रमन सिंह ने कहा कि कवर्धा को शांति का टापू कहा जाता है. ऐसी जगह पर इस तरह की परिस्थिति क्यों निर्मित हुई. कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद कवर्धा में विस्फोटक जैसी स्थिति निर्मित हुई.

पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह बोले- कवर्धा मामले में ज्यूडिशियल इंक्वायरी की जरूरत, विस्फोटक स्थिति क्यों निर्मित हुई?
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रायपुर. पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह कवर्धा में लाठीचार्ज से घायल हुए पीड़ितों से मिलने के लिए कवर्धा रवाना हो चुके हैं. कवर्धा रवानगी से पहले डॉ रमन सिंह ने कहा कि कवर्धा को शांति का टापू कहा जाता है. ऐसी जगह पर इस तरह की परिस्थिति क्यों निर्मित हुई. कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद कवर्धा में विस्फोटक जैसी स्थिति निर्मित हुई.

वहां धारा 144 कभी भी नहीं लगाया गया था. लोगों से इस बात की जानकारी लेने की कोशिश करूंगा. घटना की वजह जानने का प्रयास करूंगा कि ऐसी परिस्थितियां निर्मित क्यों हो रही. मंत्रियों के दबाव में प्रशासन काम कर रहा है. एफआईआर करने में 48 घंटे लग जाते हैं. उसके बाद भी एकतरफा कार्रवाई हो रही है

100 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तार कर ये समाज को क्या दिखाना चाहते हैं. क्या कवर्धा के लोगों को धमकाकर, कवर्धा जिले को बंधक बनाकर शांति स्थापित हो सकती है? मामले में ज्यूडिशियल इंक्वायरी की जरूरत है. कांग्रेसियों की जबान में जो बातें आ रही है, वह यही बता रही है कि इस घटना को राजनीतिक मोड़ देने की कोशिश हो रही है. राजनीति करते-करते 3 साल में इन्होंने कवर्धा को जला डाला. मैं चाहता हूं कि कवर्धा में शांति स्थापित हो. कांग्रेस में इस तरह की मानसिकता पनप रही जिसे शांत होना चाहिए.

मुख्यमंत्री बघेल के यूपी दौरे को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ में कुछ बताने लायक नहीं है. इसलिए वो उत्तर प्रदेश जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भू माफिया, रेत माफिया, शराब माफिया का राज चल रहा है. छत्तीसगढ़ कर्ज के बोझ से डूबा हुआ है, वे यहां के यथार्थ को बताएं.

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