खाद्य विभाग कटघरे में, नदी किनारे फेंके गये 'अमृत नमक' के पैकेट्स
राशन कार्डधारियों के लिए जारी किया गया 'अमृत नमक' पड़ा मिला है। पढ़िए पूरी खबर-

सुकमा। राज्य के राशन कार्डधारियों के लिए जारी अमृत नमक के पैकेट्स नदी किनारे खुले में फेंके जाने का मामला सामने आया है। इसकी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद एआईएसएफ के ब्लॉक उपाध्यक्ष सेमल दीपक ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये हैं।
यह मामला सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक ढोंढरा इलाके का है, जहां नदी के किनारे भारी मात्रा में अमृत नमक के पैकेट्स खुले में पड़े मिले हैं। इस मामले में सेमल दीपक ने खाद्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि- 'बीते दिनों ही छत्तीसगढ़ में नमक की किल्लत का मामला सुर्खियों में था, वहीं दूसरी तरफ गरीबों के लिए भेजा जाने वाला नमक खुले में मिलना गरीबों को मिलने वाले राशन की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगाता है।'
इस मामले पर कोंटा खाद्य निरीक्षक से बातचीत की गई खाद्य निरीक्षक विक्रांत नायडू ने बताया कि- 'नदी के किनारे खुले में नमक फेंके जाने की जानकारी हमें नहीं थी। मीडिया के माध्यम से हमारे संज्ञान में आया है। विभाग के किसी भी अधिकारी ने नमक को फेंकने का कोई आदेश नहीं दिया गया था। हम इसका पता लगाएंगे कि नमक कहां फेंका गया और फेंकने का कारण क्या है। यदि इसमें कोई दोषी पाया जाता है, तो उस पर हम जरूर कार्यवाही करेंगे।