आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वर्चुअल बैठक में बनाएंगी आंदोलन की रणनीति, क्रमबद्ध हड़ताल की तैयारी जोरों पर
छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाडी कार्यकर्ता कल्याण संघ ने 19 जुलाई को एक वर्चुअल बैठक आहूत की है, तो वहीं दूसरी ओर बस्तर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने डाटा एंट्री का कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कराए जाने का विरोध किया है। पढ़िए पूरी खबर-

पद्मावती साहू, प्रांताध्यक्ष, छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ
रायपुर। नियमितीकरण समेत अपनी कई मांगों को लेकर सरकार के सामने कई बार गुहार लगा चुकी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आगामी आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा के लिए 19 जुलाई की शाम 4 बजे एक वर्चुअल मीटिंग का आयोजन रखा है। इस बैठक में पूरे प्रदेश की आंगनबाड़ीकर्मियों को शामिल होकर अपने विचार रखने का आग्रह किया गया है।
छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ की प्रांताध्यक्ष पद्मावती साहू ने इस बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि राज्य सरकार के समक्ष आंगनबाड़ीकर्मियों की समस्याओं को कई बार रखे जाने के बावजूद निराकरण न होने की दशा में अब नए सिरे से क्रमबद्ध आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। इस संबंध में एक बैठक पिछले दिनों हुई थी। अगली बैठक कल 19 जुलाई की शाम 4 बजे आहूत की जाएगी, जिसमें शामिल होने के लिए आंगनबाड़ीकर्मियों को लिंक शेयर किया जाएगा। लिंक के जरिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और संघ के पदाधिकारी अपनी सुविधानुसार जुड् सकते हैं और अपने विचार बैठक में रख सकते हैं। प्रांताध्यक्ष श्रीमती साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ की आंगनबाड़ीकर्मियों के आगामी आंदोलन को लेकर एक तरफ जहां कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों से बातचीत जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ जिलाध्यक्षों से भी लगातार बातचीत करते हुए कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बैठक में ज्यादा से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका जुड़ेंगी, ऐसी उम्मीद है। श्रीमती साहू ने कहा है कि छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ की जिस भी कार्यकर्ता-सहायिका बहन को वर्चुअल मीटिंग में शामिल होने में कोई तकनीकी दिक्कत आ रही है, तो वे समय से पहले संपर्क कर लें, उन्हें पूरी मदद की जाएगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से संबंधित एक अन्य खबर बस्तर से आई है। यहां की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर तय किया है कि वे मोबाइल के जरिए डाटा एंट्री के कार्य का विरोध करेंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है, कि यह कार्य मूल रूप से सुपरवाइजर का है, जिसे दबावपूर्वक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कराया जा रहा है, जो कि अनुचित है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का श्रेय मितानीनों को दिए जाने को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की है।