छत्तीसगढ़ : जहरीले जीव-जंतुओं की लाइफ सेवर हैं रतनपुर की नर्सिंग स्टूडेंट अजिता
अजिता पिछले लगभग 5 सालों से ऐसा कर रही है। न सिर्फ सांप, बल्कि अन्य जीव-जंतुओं से भी अजिता को उतना ही लगाव है। पढ़िए पूरी खबर-

कोटा। अजिता पांडेय नर्सिंग की छात्रा होने के नाते एक तरफ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रतनपुर में कोरोना काल में लोगों की सेवा कर रही हैं, तो वहीं वन्य प्राणियों के साथ भी लगाव रखती हैं।
सांप पकड़ने में भी पूरी तरह से सिद्धहस्त हैं। सांपों को पकड़कर वह उन्हें जीवनदान देती हैं। डिब्बे में बंद कर शहर व बस्ती से दूर जंगलों में छोड़ आती हैं। रात को लगभग 10 बजे प्रभारी डॉक्टर के घर सांप निकला। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल अजिता को दी। अजिता 10 मिनट के भीतर वहां पहुंची और सांप को रेस्क्यू कर लिया। पता चला कि वह जहरीला कोबरा है। उसे दूर जंगल में छोड़ा गया।
अजिता पिछले लगभग 5 सालों से ऐसा कर रही है। न सिर्फ सांप, बल्कि अन्य जीव-जंतुओं से भी अजिता को उतना ही लगाव है। वह कहती है कि ये सभी पर्यावरण के अहम हिस्सा हैं। सांप तो किसानों के मित्र हैं। उन्हें मारना नहीं चाहिए, बल्कि उनके अनुकूल स्थानों पर जिंदा छोड़ देना चाहिए।
अजिता के नंबर सोशल मीडिया में फैल गया है, इसलिए इस इलाके में जहां भी सांप या इस तरह के कोई जीव-जंतु नजर आते हैं, तो अजिता के पास इसकी सूचना पहुंच जाती है। वह तुरंत वहां पहुंचकर रेस्क्यू करती हैं।
लॉकडाउन के दौरान भी हॉस्पिटल की ड्यूटी के साथ-साथ वह मवेशी और कुत्तों को नियमित रूप से खाना देना नहीं भूलती। रतनपुर इलाके में अजिता की पहचान एक ऐसे एनिमल लवर की है, जिसे किसी भी आपात परिस्थिति में लोग याद कर सकते हैं।