उपेंद्र कुशवाहा ने विपक्षी महागठबंधन से तोड़ा नाता, बसपा के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बनाये जाने का किया ऐलान
उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में विपक्षी महागठबंधन से अपना नता तोड़ लिया है। कुशवाहा ने विपक्षी महागठबंधन में नेतृत्व कमजोर होने का आरोप लगाया है। वहीं उपेंद्र कुशवाहा द्वारा आरएलएसपी, बसपा व जनवादी पार्टी 'सोशलिस्ट' के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बना लिये जाने का ऐलान किया गया है। इस दौरान कुशवाहा द्वारा लालू यादव व नीतीश कुमार दोनों की सरकारों पर हमले बोले गये।

बिहार में विपक्षी महागठबंधन से अब आरएलएसपी भी अलग हो गई है। आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को पटना में प्रेस वार्ता कर इस बात की जानकारी दी है। उपेंद्र कुशवाहा ने विपक्षी महागठबंधन में नेतृत्व कमजोर होने के आरोप लगाये हैं। इसके साथ ही उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में आज तीसरे मोर्चा के गठन का भी घोषणा कर दी है। उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि मायावती की पार्टी बसपा और डॉ संजय चौहान की पार्टी जनवादी पार्टी 'सोशलिस्ट' के साथ मिलकर आरएलएसपी ने बिहार में तीसरे मोर्चे का गठन कर लिया है। उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि 24 सितंबर को हुई बैठक में आरएलएसपी के लोगों ने उनको पार्टी के संबंध में राजनीतिक फैसला लेने के लिये अधिकृत कर दिया था।
आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने इस दौरान लालू यादव और नीतीश कुमार दोनों की ही सरकारों पर जमकर प्रहार किया। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि लालू यादव की 15 वर्षों में बिहार की कानून व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य सतेत चौतरफा स्थिति खराब थी। कुशवाहा ने कहा कि बिहार में शिक्षा की इतनी स्थिति खराब है कि दो पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी अपने दोनों बेटों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को मैट्रिक तक नहीं करवा पाये हैं।
वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के शासन को लालू यादव के 15 सालों के राज से भी खराब करार दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जनता से नये- नये वादे कर बिहार की सत्ता तो हासिल कर ली। लेकिन नीतीश कुमार सत्ता हासिल करने के बाद जनता से किये आपने वायदों को भूल गये हैं। कुशवाहा ने कहा कि लालू यादव के राज में भी अपराध चरम पर था, लेकिन नीतीश कुमार के 15 सालों में अपराध कम नहीं हुआ है। बल्कि और ज्यादा बढ़ गया है। साथ ही कुशवाहा ने नीतीश कुमार के 15 सालों के सुशासन को पूरी तरह से फेल करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस समय शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कानून व्यवस्था समेत विभिन्न मामलों में बिहार के हालात खराब हैं। कुशवाहा ने कहा कि बिहार के युवाओं को रोजगार पाने के दूसरे राज्यों को पलायन करना पड़ता है। वो भी प्राइवेट केवल पांच हाजार रुपये की नौकरी के लिये ऐसा करना पड़ता है। वहीं कुशवाहा ने लालू यादव और नीतीश कुमार को एक सिक्के के दो पहलू करार दिया है। इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जदयू के साथ भी भाजपा है और विपक्षी महागठबंधन को भी भाजपा के लोगों द्वारा ही कंट्रोल किया जा रहा है।
वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया कि बिहार की जनता इन दोनों के 30 सालों के कुशासन से तंग आ चुकी है। वहीं अब जनता लालू यादव और नीतीश कुमार से मुक्ति चाहती है। प्रेस वार्ता के दौरान बसपा के बिहार प्रभारी रामवीर सिंह गौतम उपस्थित रहे। वहीं डॉ संजय चौहान जनवादी पार्टी 'सोशलिस्ट' के संस्थापक प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद रहे।