Bihar Assembly Elections 2020: तेजस्वी यादव ने कसा तंज- पीएम नरेंद्र मोदी अभी तक नहीं पी सके हैं 'मोतिहारी की चाय'
Bihar Assembly Elections 2020: राजद नेता तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुये कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी अभी तक मोतिहारी के चीनी मिल की चीनी से बनी चाय नहीं पी सके हैं। तेजस्वी ने कहा कि पीएम मोदी ने पूर्व में मोतिहारी की चीनी मिल को चालू कराने का वादा किया था।

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं राजद नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि बिहार में विधानसभा के चुनाव करीब हैं। इसलिये गैर बिहारी लोग भी अब बिहार-बिहार ही चिल्लायेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि गैर बिहारी लोगों को चुनाव काल में सोते-जागते, खाते-पीते, नहाते-धोते, उठते-बैठते हर बात में बिहार ही नजर आयेगा। लेकिन जब यहां विधानसभा के चुनाव खत्म हो जायेंगे तो ये गैर बिहारी लोग बिहार को भूल जायेंगे।
राजद नेता ने कहा कि तीन दिनों से लगातार बारिश है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार को बाढ़ की चिंता नहीं है। जलजमाव की चिंता नहीं है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी तक केंद्रीय टीम को बाढ़ का जायजा लेने के लिये नहीं भेजा है। बाढ़ से लगभग 85 लाख आबादी सूबे में प्रभावित रही है और 18 जिलों को बाढ़ के कहर का सामना करना पड़ा। स्पेशल पेकैज की जो घोषण की गई थी। वो आज तक नहीं दिया गया है।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की बातें कही गई थी। लेकिन इस पर अभी तक कोई काम नहीं किया गया है। यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो हैं, वे मोतिहारी जाकर कहते हैं कि हम इस चीनी मिल को चालू करवायंगे। साथ ही इस मिल की बनी ही चीनी की वो चाये पियेंगे। लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने आज तक मोतिहारी का चीनी मिल चालू नहीं करवाया है। वहीं तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर भी तंज कसा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्व में जिन लोगों ने नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था। वो ही लोग आज बिहारी प्राइड की बातें कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि हम इस पर कुछ नहीं बोलेंगे, लेकिन यह सब विधानसभा चुनाव को लेकर किया जा रहा है।
राज नेता तेजस्वी यादव ने अन्य ट्वीट के माध्यम से मंगलवार को किसानों के मुद्दे को लेकर एनडीए सरकार को घेरा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए सरकार ने अन्नदाताओं एवं किसानों को अपने फण्डदाताओं की कठपुतली बना दिया है। जितनी हड़बड़ी में किसान बिल पास करवाया गया है। इससे जाहिर होता है कि इसमें कुछ गड़बड़ी है। इस सरकार को किसान की शान और किसान की जान की रत्ती भर भी परवाह नहीं है।