बिहार के शहीद सुनील कुमार को लोगों ने सलामी देकर की अंतिम विदाई, नारे लगे एक के बदले सौ लेंगे
भारत-चीन के बीच हुई हिसंक झड़क में बिहार के जवान सुनील कुमार शहीद हो गए थे। गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर गांव लाया गया था। जहां लोगों ने सलामी देकर शहीद सुनील को अंतिम विदाई दी। उनके बेटे ने मुखाग्नि दी।

चीन से लगने वाली भारतीय सीमा पर गलवान घाटी में 15 जून को भारत-चीन के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत ने अपने 20 जवान को खो दिया। इसमें से बिहार के 5 जवान शामिल थे। शहीद सुनील कुमार के पार्थिव शरीर गुरुवार सुबह उनके पैतृक गांव बिहटा लाया गया।
यह देखकर गाँव की भीड़ उमड़ पड़ी। इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद सुनील कुमार (Martyr Army Jawan) को लोगों ने अंतिम विदाई दी। इस दौरान बिहार रेजिमेंट के जवान और कई नेता अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
सेना के जवानों की मौजूदगी में गंगा के हल्दी छपरा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। लोगों ने हाथ में तिरंगा लिए वंदे मातरम, भारत माता की जय और एक के बदले सौ लेंगे के नारे लगाए। उनके बेटे ने शहीद सुनील कुमार को मुखाग्नि दी।
Also Read-ललितपुर में एक प्रेमी जोड़े ने ट्रेन ने आगे कूदकर दी जान, रेलवे ट्रैक पर बिखरा शव
वहीं, उनकी पत्नी ने नम आंखों के साथ अंतिम सलामी देकर अपने शहीद पति को विदा की। उनकी पत्नी रीति कुमारी ने कहा कि सरकार को चीन से मेरे पति की शहादत का बदला लेना चाहिए। लोगों को चीनी सामान का बहिष्कार करना चाहिए।
चीन सीमा पर हमारे सैनिकों को मार रहा है और पैसे कमाने के लिए यहां सामान बेच रहा है। चीन के किसी भी उत्पाद को भारत में नहीं बेचा जाना चाहिए। बता दें कि शहीद सुनील कुमार ने साल 2002 में आर्मी ज्वाइन की थी।