स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की बात नहीं सुनते अफसर, सीएम नीतीश ने प्रधान सचिव को लगाई फटकार
बिहार में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों को लेकर सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को कैबिनेट बैठक हुई। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सीएम के स्वास्थ्य प्रधान सचिव की शिकायत करते हुए कहा कि वे उनकी बात नहीं सुनते हैं। जिस पर सीएम नीतीश ने सचिव को जमकर फटकार लगाई।

कैबिनेट बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की बात सुनते ही सीएम नीतीश के स्वास्थ्य प्रधान सचिव उमेश सिंह कुमावत भड़क उठे। इसके बाद सीएम ने प्रधान सचिव को जमकर फटकार लगाई। सीएम नीतीश ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को कड़े लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि आरटीपीसी टेस्ट 20 हजार रोजाना नहीं हुए तो कारवाई के लिए तैयार रहें।
सीएम नीतीश कुमार ने यहां तक कह डाला कि अगर आपसे विभाग नहीं संभालता तो विभाग को छोड़ दें। सीएम नीतीश ने कहा कि जब दिल्ली में रोज 38 हज़ार टेस्ट हो सकते हैं तो बिहार में क्यों नहीं? किसी भी स्थिति में मरीजों की जांच होनी चाहिए।
सीएम नीतीश ने यह निर्देश दिया कि अनुमंडलस्तरीय हॉस्पिटल में 100 बेड की व्यवस्था हो। हर बेड पर ऑक्सीजन की भरपूर व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए। जिलों के मरीजों को उनके जिले में ही इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। सीएम ने कहा कि पिछले 14 साल में मेरे सामने ऐसे परिस्थिति नहीं आई। जल्द से जल्द जांच बढ़ायें नहीं तो कड़ी से कड़ी कारवाई के लिए तैयार रहिए।