Bihar Assembly Elections 2020: मुकेश सहनी एनडीए का हिस्सा बनने जा रहे, कुछ देर में पटना में होगा ऐलान
Bihar Assembly Elections 2020: बिहार में मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी एनडीए का हिस्सा बनने जा रही। जानकारी है कि भाजपा की मुकेश सहनी से एनडीए में आने को लेकर बातें लगभग फाइनल हो चुकी हैं। आज पटना में सुशील मोदी व देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में प्रेस वार्ता आयोजित कर इस बात का ऐलान किया जायेगा।

Bihar Assembly Elections 2020: बिहार में अब मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी 'वीआईपी' भी एनडीए का हिस्सा बनने जा रही है। जानकारी है कि भाजपा की मुकेश सहनी से एनडीए में आने को लेकर लगभग बात लगभग फाइनल हो चुकी है। बताया जाता है कि मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी को भाजपा अपने कोटे से 11 सीटें दे सकती है। आपको बता दें बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं। एनडीए में हुये सीट बंटवारे में भाजपा के हिस्से में 221 सीटें आई हैं। वहीं जदयू के हिस्से में 222 सीटें आई हैं। वो भी एनडीए के सहयोगी जीतन राम मांझी को अपने कोटे से 7 सीटें दे चुकी है। वहीं एनडीए बिहार में चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़े जाने की बातें कह रही है।
मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी 'वीआईपी' की एनडीए में आने की घोषणा आज दोपहर सवा दो बजे पटना में प्रेस वार्ता कर जानकारी दी जायेगी। बताया जाता है कि प्रेस वार्ता में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जयसवाल, बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस और मुकेश सहनी भी मौजदू रहेंगे। याद रहे हाल में ही मुकेश सहनी राजद समर्तित विपक्षी महागठबंधन को छोड़कर अलग हुये हैं। वे तेजस्वी यादव के रवैये से नाराज बताये जाते हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव में नये-नये समीकरण बनते और बिगड़ते नजर आ रहे हैं। जो बीते कई वर्षों से भाजपा के साथ थे, वो 'चिराग पासवान' अब बेगाने हो गये हैं। वहीं जो 'मुकेश सहनी' कभी विपक्षी महागठबंन का कई महीनों से हिस्सा थे और उसी में ही रहकर चुनाव लड़ने के सपने देख रहे थे। लेकिन बिहार में विधानसभा के चुनाव नजदीक आते-आते वो भी अपनी राहें बदलते नजर आ रहे हैं। बिहार में अबकी बार विधानसभा चुनावों में कई रोचक मोड़ सामने आये हैं। सबसे पहले विपक्षी महागठबंधन से जीतन राम मांझी अलग हुये। उसके बाद रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और अब मुकेश सहनी भी अलग हो गये हैं। दूसरी ओर दशकों से राम विलास पासवान की पार्टी एनडीए के साथ रही है। वहीं अब वह एनडीए में नहीं नजर आ रही है।