पूर्व MLC जावेद अंसारी ने छोड़ा जदयू का साथ, राजद में शामिल, कहा मैं लालू के साथ था और आगे भी रहूंगा
जदयू के पूर्व एमएलसी (MLC) जावेद अंसारी राजद में शामिल हो गए हैं। इस पर जदयू ने जावेद पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद में एमएलसी बनने के लिए फीस भी भरनी पड़ सकती है।

बिहार विधानसभा चुनाव शुरू होने से पहले ही पक्ष-विपक्ष में उठापठक जारी है। वहीं, अपने फायदे के तहत नेताओं ने भी अपनी पार्टी के साथ बगावत करना शुरू कर दिया। उधर, डिजिटल के जरिए चुनाव प्रचार पूरे जोर-शोर से लगतार जारी है।
उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2020) की तारीख की घोषणा कर दी जाएगी। इससे पहले मंगलवार को जदयू के पूर्व एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी ने अपनी पार्टी का साथ छोड़कर राजद से हाथ मिला लिए।
बांका सीट पर लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि पिछले महीने ही जावेद का विधान परिषद कार्यकाल पूरा हो गया था। इसके बाद उन्होंने 8 जून को जदयू से अपना इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे को स्वीकार करने के बाद पूर्ण तरीके से घोषणा कर दी गई।
राजद में शामिल होने के बाद जावेद ने कहा कि लालू यादव ने मुझे खड़ा किया और मैं राजद को छोड़ जदयू में चला गया था। मेरा माथा खराब हो गया था, इसलिए मैं समझ नहीं पाया। हालांकि मैं पहले भी लालू के साथ था और आगे भी हमेशा साथ रहूंगा।
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उम्मीद जताई जा रही है कि जावेद राजद के टिकट पर बांका सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। इधर, जावेद का जदयू से नाता तोड़ने के बाद उनके नेताओं की ओर से लगातार तंज कसा जा रहा है।
जदयू एमएलसी खालिद अनवर का कहना है कि वह जिस भी पार्टी में जाना चाहते हैं, जा सकते हैं। एक सत्ता पार्टी को छोड़कर, वे कॉर्पोरेट घरानों में प्रवेश कर रहे हैं। यहां नीतीश कुमार ने उन्हें मुफ्त में एमएलसी मनोनीत किया, वहां उन्हें इसकी फीस भी देनी पड़ सकती है।