राजद के युवा नेताओं ने शिष्टाचार सीखा होता तो वे कोरोना पीड़ितों के लिए अपमानजनक बयान न देते : सुशील मोदी
भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण में आई तेजी को देखते हुए बिहार में जो लॉकडाउन गुरुवार से शुरू हुआ, उसमें जनता का सहयोग मिल रहा है। साथ ही उन्होंने विपक्षियों के रवैये पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि राजद के युवा नेतृत्व ने सामाजिक शिष्टाचार सीखा होता तो वे कोरोना पीड़ितों के लिए अपमानजनक बयान न देते।

बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर बताया कि कोरोना संक्रमण में आई तेजी को देखते हुए बिहार में दो सप्ताह का जो लॉकडाउन गुरुवार से शुरू हुआ, उसमें जनता का सहयोग मिल रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि लोग संक्रमण काल के न्यू नार्मल के प्रति सकारात्मक रुख अपना रहे हैं लेकिन विपक्ष का रवैया नहीं बदला। खासतौर से सुशील मोदी ने राजद के युवा नेतृत्व के रवैये को लेकर नाराजगी जताई है। साथ उन्होंने राजद के युवा नेतृत्व को सामाजिक शिष्टाचार सीखने की नसीहत दी है।
बीते दिनों राजद नेता तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव ने भाजपा और जदयू के नेताओं के कोरोना पॉजिटिव हो जाने पर सोशल मीडिया के माध्यम से तंज कसा था। इसके अलावा कोरोना काल में बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर विपक्षी लगातार सवाल उठ रहे हैं। जिसको लेकर सुशील मोदी ने सफाई देते हुए कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से कोई भी व्यक्ति या परिसर संक्रमित हो सकता है।
सुशील मोदी ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन, प्रिंस चार्ल्स, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति और राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तक कोरोना ग्रस्त हुए। क्या इन लोगों पर तंज कसा जाना चाहिए? तमाम एहतियात बरतने पर भी यदि राजभवन, पटना हाईकोर्ट और प्रदेश भाजपा कार्यालय में आने-जाने वाले लोग संक्रमण से नहीं बच पाये तो क्या इनकी तुलना विदेशी जमातियों से की जाएगी? राजद के युवा नेतृत्व ने सामाजिक शिष्टाचार सीखा होता तो कोई 'प्रधानमंत्री की चमड़ी उधेड़ने' जैसे बयान न देता।