बिहार: पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने वीआरएस लेने के बाद कहा - अभी सियासत में जाने का नहीं लिया निर्णय, करते रहेंगे सामाजिक कार्य
बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने वीआरएस लेने के बाद कहा कि उन्होंने अभी तक किसी भी सियासी दल में शामिल होने का निर्णय नहीं लिया है। साथ ही पाण्डेय ने कहा कि राजनीति में जाये बिना भी वे सामाजिक कार्य करते रहेंगे।

बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने मंगलवार की देर शाम वीआरएस ले लिया है। बुधवार को गुप्तेश्वर पाण्डेय ने मीडिया से कहा कि वे अभी तक किसी भी सियासी दल में शामिल नहीं हुये है। साथ ही बताया कि उन्होंने अभी तक किसी भी राजनीतिक पार्टी में जाने का भी कोई निर्णय नहीं लिया है। गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा कि जहां तक सामाजिक कार्यों को करते रहने की बात है। तो वे उन सभी सामाजिक कार्यों को सियासत में जाये बिना भी करते रहेंगे। गुप्तेश्वर पाण्डेय के वीआरएस लेने के बाद एसके सिंघल को बिहार के डीजीपी का प्रभार दिया गया है। जानकारी है कि गृह विभाग ने इस बारे में अधिसूचना भी जारी कर दी है।
दूसरी ओर नौकरी से वीआरएस लेने के बाद गुप्तेश्वर पाण्डेय द्वारा ट्वीट कर जानकारी दी गई है। वे बुधवार 23 सितंबर की शाम 6 बजे सोशल मीडिया पर लाइव होंगे और जनता के सामने अपनी बातें रखेंगे। अटकलें है कि वे नौकरी से वीआरएस लेने के कारणों व चुनाव लड़ने की बातों का खुलासा कर सकते हैं। 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पाण्डेय का कार्यकाल 5 माह बाद समाप्त होने वाला था। गुप्तेश्वर पाण्डेय को 31 जनवरी 2019 को बिहार का डीजीपी बनाया गया था। बिहार के डीजीपी के रूप में उनका कार्यकाल 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला था। याद रहे डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय की जॉब से वीआरएस लेने की अटकलें कई महीनों से चल रही थी। इससे पहले भी पाण्डेय ने लोकसभा चुनाव के दौरान वीआरएस लिया था। जिसको गुप्तेश्वर पाण्डेय ने वापस ले लिया था।