कोरोनावायरस : पीपीई किट पहनकर अस्पताल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री, मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का दिया निर्देश
बिहार के अस्पतालों में जारी अव्यवस्थाओं के लगातार उजागर होने के बाद नीतीश सरकार की नींद खुल गई। गुरुवार को बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पीपीई किट पहनकर एनएमसीएच पहुंचे व कोरोना का उपचार करा रहे मरीजों का हालचाल जाना। साथ ही मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का निर्देश दिया।

इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने कुछ ऐसे कदम उठाए हैं, जिससे कोरोना के मरीजों की परेशानी कम हो सके। एनएमसीएच में मरीजों के बेड के बीच अब कोरोना संदिग्ध या पॉजिटिव का शव नहीं रखा जाएगा। शव रखने के लिए एक हॉल की व्यवस्था की गई है।
एनएमसीएच और पीएमसीएच के सभी कोविड-19 वार्ड में सीनियर डॉक्टर की देखरेख में डेडिकेटेड मेडिकल टीम 24 घंटे तैनात रहेगी। इससे मरीजों की स्थिति पर हर पल निगरानी रखने में मदद मिलेगी। कोविड-19 वार्ड में तैनात डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ प्रतिदिन 4-6 घंटे ही ड्यूटी करेंगे। बांस घाट पर अब 24 घंटे अंतिम संस्कार हो सकेगा। पहले सिर्फ रात में ही शवों का दाह संस्कार हो पाता था। एनएमसीएच व पीएमसीएच में शवों को ले जाने के लिए अतिरिक्त वाहन मुहैया कराया गया।
बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच गई है। मरीज रोज मर रहे हैं व इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल रही है। कोरोना मरीजों के लिए डेडिकेटेड अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, पटना में लगातार दो दिन वार्ड में शव पड़े होने की घटना सामने आई थी। बुधवार को एक मरीज ने अस्पताल के गेट पर दम तोड़ दिया था।