बिहार के बोधगया में चीन के प्रति फूटा गुस्सा, अब होटल में चाइनीज टूरिस्ट को नहीं मिलेगी जगह
भारत-चीन के बीच हुए हिंसक झड़प के बाद से देश भर के लोगों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है। अलग-अलग जगहों से चाइनीज सामानों का बहिष्कार करने का फैसला लिया जा रहा है। इसी बीच बिहार के बोधगया में होटल मालिकों का चीन के प्रति गुस्सा देखने को मिला। उन्होंने विरोध जाहिर करते हुए कहा कि अब होटल में चाइनीज टूरिस्ट को ठहरने नहीं दी जाएगी।

भारत-चीन के बीच हुए हिंसक झड़प के बाद से देश भर में आक्रोश का माहौल देखने को मिल रहा है। हालांकि विरोध प्रदर्शन पहले से थोड़ा कम हो गया है, लेकिन चीन के विश्वासघात से भारतीय लोगों के दिलों में जो आग लगी है, वो अभी तक बुझा नहीं है।
इस बीच चीनी विरोध का माहौल बिहार के बोधगया में देखने को मिला। यहां के होटल मालिक चीन के प्रति विरोध जाहिर करते हुए होटल के बाहर पोस्टर लगाया। इस पोस्टर में लिखा गया कि टूरिस्ट नॉट एलाऊ और बायकॉट चाइना।
होटल एसोसिएशन के महासचिव का बयान
बोधगया होटल एसोसिएशन के महासचिव सुदामा कुमार ने बताया कि लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने पिछले दिनों भारतीय सैनिकों पर क्रूरतापूर्वक हमला किया था। इस हमले के बाद से हमने फैसला लिया है कि अब से चीनी सामानों का उपयोग नहीं करेंगे।
इसके अलावा यहां के होटलों में चाइनीज टूरिस्ट को ठहरने नहीं दिया जाएगा यानी चाइनीज टूरिस्ट नॉट एलाऊ। यह फैसला बोधगया होटल एसोसिएशन ने कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन के साथ मिलकर लिया है।
चाइनीज गेस्ट नॉट एलाऊ
बता दें कि हर साल विदेश से लाखों लोग बिहार के बोधगया में स्थित महाबोधी मंदिर में भगवान बुद्ध के दर्शन करने आते हैं। इसमें चीनी पर्यटकों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसका कारण यह है कि चीन में भगवान बुद्ध के प्रति काफी आस्था का भाव जुड़ा है।
फिलहाल चीन के हरकत से होटल मालिकों ने फैसला लिया है कि अब से चाइनीज गेस्ट नॉट एलाऊ। गौरतलब है कि लद्दाख के गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। जबकि जबकि 70 से अधिक जवान घायल हो गए थे।
इसके बाद से देश भर में चीन सामानों का बहिष्कार किया जा रहा है।