बिहार सरकार विफलतायें छिपाने के लिये लोगों की जान से ना खेले : तेजस्वी यादव
राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि पहले तो बिहार में पांच महीनों तक कोरोना की जांच बढ़ाई ही नहीं गई, अब बढ़ी भी है तो सिर्फ एंटीजन जांच। इसपर तेजस्वी यादव ने बिहार की नीतीश सरकार को आगाह किया कि वे अपनी विफलतायें छिपाने के लिये लोगों की जान से ना खलें।

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम एवं राजद नेता तेजस्वी यादव कोरोना महामारी को लेकर लगातार बिहार सरकार पर हमलावार हैं। उन्होंने रविवार को ट्वीट के माध्यम से कहा कि बिहार में करीब पांच महीनों तक तो कोरोना जांच की संख्या बढ़ायी ही नहीं गई थी। लेकिन अब राज्य में कोरोना की जांच बढ़ायी भी गई है तो एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ायी है। वहीं उन्होंने सूबे में आरटी-पीसीआर टेस्ट सिर्फ नाम मात्र के ही किये जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बिहार सरकार कोरोना जांच में आंकड़ों का ख़तरनाक गेम खेलने का भी आरोप लगाया है। इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने बिहार की नीतीश सरकार को आगाह किया कि अपनी विफलतायें छिपाने के लिये लोगों की जान से मत खेलिये। याद रहे बिहार में शनिवार को कोरोना संबंधी जांच का आंकड़ा 28624 पर पहुंच गया था।
बंगले से नहीं निकल रहे सीएम नीतीश
तेजस्वी यादव ने अन्य ट्वीट में कहा कि सूबे में करीब 40 लाख मज़दूर लौटे, लेकिन सीएम नीतीश कुमार आलीशान बंगले से नहीं निकले। उल्टा मजदूरों को बिहार में नहीं घुसने देने की धमकी दी। उन्हें अपराधी, चोर और लुटेरा तक बताया गया। तेजस्वी यादव ने कहा कि अब बिहार में लाखों लोग कोरोना और बाढ़ से प्रभावित हैं। फिर भी सीएम नीतीश कुमार आलीशान बंगले से नहीं निकल रहे हैं।
आरक्षण समाप्त करने के प्रयास कर रही एनडीए सरकार
तेजस्वी यादव ने अन्य ट्वीट में कहा कि नीट पीजी में ओबीसी वर्ग के छात्रों को आरक्षण का लाभ नहीं देना कोई जाने-अनजाने हुई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि यह जानबूझकर वंचितो को और पिछड़ा बनाए रखने एवं आरक्षण को धीरे-धीरे समाप्त करने की आरएसएस नीत एनडीए सरकार की सुनियोजित चाल है। जिस पर पिछले 6 सालों से कार्य हो रहा है।