Bihar Elections: जदयू बोली- नीतीश महागठबंधन में रहे हों या एनडीए में, अल्पसंख्यक समुदाय के विकास के साथ कभी नहीं किया समझौता
Bihar Assembly Elections 2020: जदयू द्वारा आज पटना में पार्टी ऑफिस पर प्रेस वार्ता आयोजित कर राहुल गांधी, तेजस्वी यादव व चिराग पासवान समेत तमाम विरोधियों पर जबरदस्त हमले बोले गये। इस दौरान जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय को भी भरोसे में लेने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार चाहे महागठबंधन में रहे हों या एनडीए में उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के विकास के साथ कभी समझौता नहीं किया है।

बिहार चुनाव: पटना में पार्टी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद और जनाब आफाक अहमद खान।
Bihar Assembly Elections 2020: पटना में जदयू पार्टी मुख्यालय पर गुरुवार को दोपहर बाद बिहार विधानसभा के चुनावों को लेकर प्रेस वार्ता आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद और पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री जनाब आफाक अहमद खान के संबोधित किया। जानकारी है कि इस दौरान जदयू नेताओं के निशाने पर राजद नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान प्रमुख रूप से रहे। बताया जाता है कि दौरान जदयू की ओर से बिहार में नीतीश कुमार द्वारा कराये गये तमाम विकास कार्यों का भी जिक्र किया गया।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि आज महिलाओं की श्रेष्ठता बिहार में स्थापित हुई है। वहीं उन्होंने कहा कि एक गृहस्वामिनी के तौर पर उनके फैसलों को मर्द भी अंगीकार करते हैं। राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि यह सब नीतीश कुमार के फैसलों का नतीजा है।
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि तीसरे चरण में जिन इलाकों में चुनाव होने हैं। वहां अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के नाम पर कांग्रेस व राष्ट्रीय जनता दल 'राजद' दोनों मिलकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। वहीं राजीव ने कहा कि वो एक बात साफ कर देना चाहता हैं। चाहे नीतीश कुमार महागठबंधन में रहे हों या राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन 'एनडीए' में में अल्पसंख्यक समुदाय के विकास के साथ उन्होंने कभी समझौता नहीं किया।
तीसरे चरण में जिन इलाकों में चुनाव होने हैं। वहां अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के नाम पर @INCIndia और @RJDforIndia दोनों मिलकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।
— Janata Dal (United) (@Jduonline) November 5, 2020
- श्री @RajivRanjanJDU जी
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राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि 45 वर्षों के अपने संसदीय जीवन में नीतीश कुमार ने जो संवेदनशीलता दिखाई है व जो उनका व्यक्तित्व और उनकी छवि रही है आज तक उन पर कोई आरोप नहीं लगा है। राजीव ने कहा कि कह सकते हैं। काजल की कोठरी में रहकर के भी वे बेदाग रहे। लेकिन कुछ लोग उन्हें आज जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। 10 तारीख का हवाला दे रहे हैं। जिसका ज़मीनी स्तर पर कोई औचित्य नहीं है। जदयू प्रवक्ता का इशारा एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासावान की ओर रहा।
लोकतंत्र बनाम वंशवाद की है ये लड़ाई: जदयू
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि एक तरफ चिराग पासवान, दूसरी तरफ तेजस्वी यादव और तीसरे दिल्ली में बैठे कांग्रेस के युवराज है। ये लड़ाई लोकतंत्र बनाम वंशवाद की है। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि अनुभवहीनता व बिहार की ज़मीन को न जानने वाले लोग कुछ भी उलट पुलट बयान दे रहे हैं। जब स्व. रामविलास जी जीवित थे तब भी एलजेपी बिहार की मुख्य पार्टी नहीं थी। राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि और अब तो वे भी नहीं हैं। अब राजद की बी पार्टी होने के अलावा इनकी और कोई उपलब्धि नहीं है। राजीव ने कहा कि राघौपुर में इनके प्रतिनिधि ने सभी पोल खोल दिये हैं।
महागठबंधन का अल्पसंख्यक समुदाय के विकास से कुछ भी लेना-देना नहीं: खान
प्रेस वार्ता के दौरान जदयू पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री ज़नाब आफाक अहमद खान द्वारा भी महागठबंधन पर जोरदार हमला बोला गया। ज़नाब आफाक अहमद खान ने कहा कि राजद व उसके साथी मिलकर सिर्फ घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। इनको विकास व अल्पसंख्यक समुदाय से कोई लेना देना नहीं है। खान ने कहा कि इनसे सिर्फ एक सवाल पूछा जाना चाहिए कि लफ़्फ़ाज़ी के अलावा उनके 15 सालों में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए इन लोगों ने क्या किया है? वो बताना चहिए इन्हें।
.@RJDforIndia और उसके साथी मिलकर सिर्फ घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। इनको विकास और अल्पसंख्यक समुदाय से कोई लेना देना नहीं है।
— Janata Dal (United) (@Jduonline) November 5, 2020
- ज़नाब आफाक अहमद खान जी
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खान ने कहा कि यहां तक की भागलपुर दंगे को भी दबाने का काम पिछली सरकार ने किया था। लेकिन नीतीश कुमार ने आते ही न सिर्फ इसकी जांच करवाई बल्कि सभी दंगा पीड़ितों को उचित लाभ व सहायता भी पहुंचाई। खान ने कहा कि अल्पसंख्यको को लेकर इस सरकार ने जितने काम किये हैं। चाहे वह तालीमी मरकज़ का मामला हो। चाहे हुनर कार्यक्रम का मामला हो। शिक्षकों की नियुक्ति का मामला हो। हर तरह से नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक समुदाय के विकास के लिए कार्य किया है।
खान ने कहा कि वो उनसे सिर्फ इतना पूछना चाहता हूं कि 2004-05 तक अल्पसंख्यक कल्याण के लिए केवल साढ़े 3 करोड़ का बजट क्यों था? जबकि आज वही बजट 450 करोड़ रुपया हो गया है। खान ने कहा कि राजद व कांग्रेस के लोग अल्पसंख्यंको को लेकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। उनको बरगला रहे हैं।