बिहार चुनाव 2020 : पूरा लालू कूनबा कोरोना को लेकर नीतीश कुमार को घेरने में जुटा
बिहार में होने विधानसभा चुनाव का जायका इस समय कोरोना, बाढ़ ने बिगाड़ रखा हैं। साथ ही बिहार में एनडीए सरकार के होश उड़ा रखें हैं। दूसरी ओर विपक्षी समेत पूरा लालू कूनबा बिहार के सुशासन पर सवाल पर सवाल दाग रहा है। इसी कड़ी में राजद नेता राबड़ी ने नालंदा के एक वीडियो के जरिये सूबे की स्वस्थ्य व्यवस्थाओं पर सवाल उठाया है।

बिहार की पूर्व सीएम एवं राजद की वरिष्ठ नेता राबड़ी देवी ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जनपद नालंदा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। जिसमें एक महिला मरीज अस्पताल पर छ दिनों में कोरोना जांच की रिपोर्ट देने का आरोप लगा रही है। वह कह रही है कि बीते मंगलवार को सैंपल लिया गया था और इसकी जांच रिपोर्ट रविवार को छटे दिन आई। जिसमें महिला मरीज की रिपोर्ट संक्रमित आई है। जिसके बाद महिला मरीज भड़क गई और अस्पताल प्रशासन को बूरा, भला भी कहते हुए नजर आई। महिला मरीज का आरोप है कि यदि रिपोर्ट समय से आती तो वह स्वयं का बेहतर उपचार करवाती और दूसरों को संक्रमण से बचाने के लिए होम होम आइसोलेट वगैरा हो जाती।
महिला यहीं नहीं रुकी और उसने तो सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी भला - बूरा कहा। महिला ने सीएम नीतीश पर भेदभाव करने का आरोप भी लगाया। जिसमें वह कहती नजर आई कि जब सीएम की भतीजी कोरोना संक्रमित हो गई थी तो उसका बहुत अच्छे से उपचार किया गया था। महिला ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन फोन पर जांच रिपोर्ट बताने की कह रहा है। जिस महिला भड़ गई और उसने कहा कि हम लोगों की जांच रिपोर्ट ही जब आएगी जब हम मर जायेंगे।
वीडियो पर राबड़ी देवी ने कहा कि देखिए और सुनिए, बिहार सरकार स्वयं संक्रमित हो चुकी है। यह सीएम नीतीश कुमार जी के गृह जिला नालंदा से है। मजाल है मुख्यमंत्री के मुंह का ताला खुल जाए। ये अब अनगिनत प्रदेशवासियों का काल का शिकार बनने पर ही कुछ बोलेंगे। मुख्यमंत्री जी, आप ऐसे कैसे लोगों को अपने हाल पर छोड़ सकते हैं?
सावन की तीसरी सोमवारी के मौके पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने भगवान शिव की विशेष आराधना की। ट्विटर पर वीडियो शेयर कर उन्होंने बताया कि उन्होंने पूजा कर देश और राज्यवासियों के बेहतरी की कामना और कोरोना से बचाव को लेकर प्रार्थना की। तेजस्वी ने गवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया। हाल में ही तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर कोरोना महामारी को लेकर बेपरवाह, लापरवाह और गैर ज़िम्मेवार बने रहने का आरोप लगाया था।
दूसरी ओर राजद नेता तेजप्रताप ने भी सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर करके सूबे की सरकार पर निशाना साधा है। तेजप्रताप यादव ने आरोप लगाया कि एक तरफ जहां बिहार सरकार झूठे प्रचार-प्रसार करके लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया है। वहीं दूसरी ओर हम अपने पार्टी राजद की छोटी इकाई छात्र राजद के साथ इस भयावह महामारी में 'लालू की रसोई' के माध्यम से लगातार गरीबों को भुखमरी और कोरोना से बचाने के लिए प्रयासरत हैं।
इससे पहले राजद प्रमुख लालू यादव ने भी सुपौल जिले से ठेले पर बैठे डॉक्टर की तस्वीर शेयर करके बिहार के सुशासन पर सवाल उठाया था। लालू ने कोरोना काल में बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को बिल्कुल खस्ताहाल बताया था। इसके अलावा बीते दिन लालू ने कहा था कि कोरोना नियंत्रण के लिए जहां सरकार को 'बाज' बनना था, वहीं जदयू नेता लोगों का शिकार करने के लिए 'गिद्ध' बन वल्चर रैली कर रहे हैं। साथ ही कहा कि जनता मरे तो मरे! इनकी पार्टी गिद्ध रैली में मस्त है। राजद नेता राबड़ी देवी ने भी बाढ़ पीड़तों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।