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बिहार में तय समय पर हों विधानसभा चुनाव, ताकि नई सरकार राज्य में विकास कर सके : जदयू

जदयू प्रवक्ता एवं सांसद राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव तय समय पर होने चाहिए, ताकि नई सरकार राज्य में विकास के लिए और अधिक काम कर सके। रंजन ने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारी ज़िम्मेदारी है कि चुनाव समय पर हों। हम चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं ताकि नई सरकार विकास के लिए काम करे।

assembly elections to be held in bihar on time so that new government can develop in the state jdu
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जदयू नेता राजीव रंजन

जदयू प्रवक्ता एवं सांसद राजीव रंजन ने शनिवार को कहा कि बिहार सरकार पर कोरोना वायरस और बाढ़ से निपटने को लेकर जो आरोप लगाये जा रहे हैं वो बेबुनियाद हैं। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए अस्पतालों में 5000 बेड बनाए गए हैं। साथ ही राज्य में सरकार द्वारा प्रतिदिन 20 हजार लोगों के कोरोना सैंपल की जांच का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।

बिहार बाढ़ प्रबंधन को लेकर जदयू प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ के मामले में जो एसओपी पिछले महीने जारी की गई थी, उसी के आधार पर काम किया जा रहा है व बिहार में राहत शिविरों और आपदा प्रबंधन को लेकर भी कार्य किया जा रहा है।

राजद प्रमुख लालू यादव समेत तमाम विपक्षी नेता बीते कई दिनों से लगातार बिहार सरकार पर बाढ़, कोरोना महामारी की अनदेखी कर विधानसभा चुनाव की तैयारी में व्यस्त रहने का आरोप लगा रहे हैं।

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने जेडीयू नेताओं और नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि बिहार में कोरोना संक्रमण के कारण हालात के दयनीय, अराजक व विस्फोटक हैं। लालू ने कहा था कि इस रोग पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य सरकार को जहां 'बाज़' बनना चाहिए था, लेकिन जेडीयू के नेता वहां 'गिद्ध' बनकर रैली कर रहे हैं। वहीं बीते दिनों में राजद नेता तेजस्वी यादव ने आगे कहा था कि बिहार बाढ़ में डूब गया व नीतीश जी के आंख के आंसू सूख गए। नीतीश जी यहां नहीं आएंगे पर 7 तारीख को अपनी कुर्सी बचाने के लिए वर्चुअल रैली अटेंड करेंगे।

प्रशांत किशोर ने भी पूर्व में ट्वीट के जरिये कहा था कि देश के कई राज्यों की तरह बिहार में भी कोरोना की स्थिति बिगड़ती जा रही है पर सरकारी तंत्र व संसाधनों का एक बड़ा हिस्सा चुनाव की तैयारियों में लगा है। नीतीश कुमार जी ये चुनाव नहीं, कोरोना से लड़ने का वक़्त है। लोगों की ज़िंदगी को चुनाव कराने की जल्दी में खतरे में मत डालिए।

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