बिहार विधानसभा चुनाव 2020: अशोक चौधरी बोले - नीतीश सरकार ने सरकारी पदों पर पहुंचाये हैं कमजोर वर्गों के अभ्यर्थी
बिहार विधानसभा चुनाव 2020: जदयू नेता डॉ अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार सरकार द्वारा बिहार में दलितों व वंचितों के कल्याण के लिये कार्य किये गये हैं। हमारी सरकार द्वारा कमजोर वर्गों के अभ्यर्थियों को सरकारी प्रशासनिक पदों पर पहुंचाया गया है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की हलचल के बीच सत्ताधरी पार्टी जदयू द्वारा लगातार दलित और वंचित वर्गों को अपनी ओर मोड़ने का प्रयास करती हुई नजर आ रही है। इसी क्रम में जदयू नेता अशोक चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार दलितों व वंचितों के सामाजिक व आर्थिक कल्याण के लिये लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में दलितों और वंचितों का कल्याण करने के बजट में 40 गुना की ऐतिहासिक वृद्धि की गई है। अशोक चौधरी ने कहा कि हमारी दलित हितैषी सरकार द्वारा प्रशासनिक पदों पर अनुसूचित जाति/जनजाति के अभ्यर्थियों को स्थान दिया गया है। जिससे कि बिहार में दलितों को मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया जा सके।
डॉ अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार अकेला ऐसा राज्य है। जहां गत 15 वर्षों में अनुसूचित जाति-अनुसूचित जन जाति एवं दलितों के लिये आवंटित बजट 40 करोड़ से बढ़ाकर 1700 करोड़ रुपये तक पहुंचाया गया है। अशोक चौधरी ने कहा कि यह बजट में की गई 40 गुना वृद्धि नीतीश कुमार की दलितों के प्रति साधना को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने लंबे समय से हाशियें पर रखे दलित भाइयों को मुख्यधारा में लाने का काम ईमानदारी से किया है। आज नीतीश कुमार की ही देन है कि बिहार में अनेक दलित उद्यमी हैं। प्रशासनिक पदों पर दलित और वंचित वर्गों के अभ्यर्थी पहुंचे हैं। अशोक चौधरी ने कहा कि इन योजनाओं के निर्माण को देखकर हर्ष की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री परिवहन योजना के जरिये अनुसूचित जाति - अनुसूचित जन जाति व दलित समाज को आर्थिक स्वतंत्रता देने का काम किया है।