World Heart Day 2021 : दिल की बीमारी से जुड़े ये मिथक जिन्हें युवा मानते हैं सच, एक्सपर्ट्स से जानें क्या है इनकी सच्चाई
World Heart Day 2021: हृदय रोगों के बारे में जागरूकता फैलाने और वैश्विक बीमारी के बोझ को कम करने के लिए हर साल 29 सितंबर (29 September) को विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) मनाया जाता है।

World Heart Day 2021 : दिल की बीमारी से जुड़े ये मिथक जिन्हें युवा मानते हैं सच, एक्सपर्ट्स से जानें क्या है इनकी सच्चाई
World Heart Day 2021: हमारा दिल, हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक होता है। इसका काम कोशिकाओं को ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाना है। इसके साथ ही यह अपशिष्ट उत्पादों को भी हटाता है। दिल की परेशानी के किसी भी संकेत को गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि यह आपकी लंबी उम्र और जीवित रहने से जुड़ा है। हृदय रोगों के बारे में जागरूकता फैलाने और वैश्विक बीमारी के बोझ को कम करने के लिए हर साल 29 सितंबर (29 September) को विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) मनाया जाता है।
क्या कहता है विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, पांच में से चार से अधिक सीवीडी मौतें दिल के दौरे और स्ट्रोक के कारण होती है, और इनमें से एक तिहाई मौतें 70 वर्ष से कम उम्र के लोगों में समय से पहले होती हैं। दिल की बीमारियों से बचने के लिए हेल्दी डाइट, व्यायाम, धूम्रपान और शराब से दूर रहना चाहिए और जंक फूड का सेवन करने से बचना चाहिए।
कोविड के दौरान बढ़े मामले
सीनियर फिजिशियन डॉ. आर. पी. सिंह बताते हैं कि कोविड के दौर में दिल के स्वास्थ्य का महत्व और ज्यादा बढ़ गया है, क्योंकि अचानक दिल का दौरा पड़ने की प्रवृत्ति बढ़ रही है और यहां तक कि 40-50 वर्ष की आयु के लोग भी इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं। बदलता लाइफ स्टाइल, अनहेल्दी डाइट, ज्यादा धूम्रपान या हृदय संबंधी इतिहास युवा लोगों में दिल की बढ़ती समस्याओं का कारण बन रहा है।
दिल की बीमारी से जुड़े मिथक
मिथक 1: युवाओं को दिल से जुड़ी बीमारी कम होती है, इससे तो केवल 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग ही प्रभावित होते हैं।
सच : हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि दिल से जुड़ी बीमारी 50 से ऊपर की उम्र वालों को नहीं होती है, आज कल युवाओं में भी इस तरह की समस्याएं देखने को मिल रही है। बचपन और किशोरावस्था में ही धमनियों में प्लाक जमा होना शुरू हो जाता है और बाद में धमनियों में रुकावट आ जाती है। वजन बढ़ना, टाइप -2 डायबिटीज की वजह से युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोगों में भी हृदय रोग हो सकते है।
मिथक 2 : मेरी उम्र 48 साल है। मेरी हाइट 5 फीट 8 इंच और वजन 90 किलोग्राम है। हार्ट से जुड़ी कोई प्रॉब्लम नहीं है। करीब 20 सालों से जिम जा रहा हूं। क्या मुझे भी हार्ट अटैक का खतरा है?
सच : सीनियर फिजिशियन डॉ. आर. पी. सिंह बताते हैं कि आपका वजन ज्यादा है। लंबाई के हिसाब से आपका वजन 70 से 75 किग्रा. के बीच होना चाहिए। जैसा आप बता रहे हैं कि 20 सालों से जिम कर रहे हैं, यह अच्छी बात है। इससे अटैक का खतरा भी कम होता है। लेकिन आप खान-पान पर कंट्रोल कर पहले अपना वजन घटाएं। वजन कम होने से और एक्सरसाइज करने से हार्ट अटैक की संभावनाएं कम हो जाएंगी।
मिथक 3 : मैं जवान हूं, तो जंक फूड्स को खा सकता हूं, क्योंकि अभी इस सबको मेरा शरीर पचा सकता है, इसके लिए मुझे किसी एक्सरसाइज की जरूरत नहीं है क्योंकि मैं पूरी तरह फिट हूं।
तथ्य: अनहेल्दी डाइट और खराब जीवनशैली युवाओं के लिए खतरनाक हो सकती है। युवाओं को पता होना चाहिए कि वे अभी कैसे जीते हैं, निश्चित रूप से एक समय बाद यह हृदय रोगों के रिस्क को बढ़ा सकता है।
मिथक 4 - मेरी उम्र 35 साल है। मेरी फैमिली में हार्ट अटैक की हिस्ट्री रही है। लेकिन मुझे अभी ऐसे कुछ लक्षण नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में मुझे क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
जैसा आप बता रहे हैं कि आपकी फैमिली हिस्ट्री हार्ट अटैक की रही है। ऐसे में आप चेक करें कि क्या आपको ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम है? सबसे पहले आप अपना ब्लड प्रेशर चेक करें और इसे रेग्युलर मॉनिटर करें, क्योंकि हार्ट अटैक का एक बहुत बड़ा कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है। इसके अलावा आप खान-पान पर विशेष ध्यान दें। अधिक तली-भुनी और स्पाइसी चीजें ना खाएं। नियमित रूप में हर साल अपने हार्ट की जांच कराएं।
मिथक 5 : मुझे डायबिटीज है, लेकिन यह पूरी तरह कंट्रोल में है, क्या यह दिल की बीमारी का कारण बन सकता है।
उत्तर : डायबिटीज की दवा लेने और इसे अच्छी तरह से नियंत्रण में रखने से हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। लेकिन एक बार डायबिटीज होने का मतलब है कि आपको हमेशा दिल की बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसलिए आपको अपना ध्यान रखने की ज्यादा जरूरत है।