World AIDS Day: आयुर्वेद से संभव है एड्स का इलाज
विश्व एड्स दिवस लोगों को एड्स के लिए जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इस समय पूरे विश्व में एड्स को सबसे खतरनाक बीमारी माना जा रहा है।

विश्व एड्स दिवस के रूप में आज का दिन मनाया जा रहा है। यह दिन लोगों को एड्स के लिए जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इस समय पूरे विश्व में एड्स को सबसे खतरनाक बीमारी माना जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक पूरी दुनिया में लगभग 37 मिलियन लोग इससे ग्रस्त हैं। सिर्फ भारत में ही लगभग 2.1 मिलियन एड्स पेशेंट्स हैं। ऐसे में इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
डॉ. प्रताप चौहान, निदेशक जीवा आयुर्वेद बता रहे हैं कि आयुर्वेद से भी एड्स का इलाज संभव है। आयुर्वेद में एड्स के कई अत्यधिक प्रभावी उपचार बताए गए हैं। आयुर्वेद की एक शाखा विशेष रूप से विभिन्न जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक तकनीकों और विधियों के उपयोग के माध्यम से प्रतिरक्षा और जीवन शक्ति में वृद्धि के साथ जुड़ी है। इसमें डीटॉक्सीफिकेशन करने के बाद रोगी की रोग प्रतिरोधक शक्ति में रासायनिक पद्धति द्वारा वृद्धि की जाती है। इससे उपचार में बहुत सहायता मिलती है।
यह भी पढ़ें: World AIDS Day: संक्रमित से संबंध बनाने पर भी नहीं होगा HIV, जानिए कैसे
इस तरह से संभव है इलाज
- आयुर्वेद के अनुसार इसे रोकने के लिए रोगी को भावनात्मक और नैतिक रूप से प्रोत्साहन करना है
- रोगी को पौष्टिक भोजन दिया जाना चाहिए, जो आसानी से पच सके
- रोगी को उपयोगी और रचनात्मक गतिविधियों में व्यस्त रहना चाहिए
- मसालेदार, तेल और अम्लीय खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए
- इसके अलावा, एड्स रोगियों के लिए च्यवनप्राश, रक्तावर्धक और त्रिफला का सेवन करने लाभदायक होगा
- तुलसी की पत्तियों और उसके बीज के सेवन से भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App