सावधान! ''गांजा'' का इस्तेमाल करेंगे तो खो देंगे अपनी यह POWER
भांग के इस्तेमाल से दिमाग के सोचने वाला हिस्सा काम करना बंद कर देता है।

X
haribhoomi.comCreated On: 7 Oct 2016 12:00 AM GMT
नई दिल्ली. आजकल अधिकांश लोग नशा करने के लिए गांजा का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अब वीड यानि गांजा का इस्तेमाल करने वाले लोग सावधान हो जाएं क्योंकि हाल ही में हुए एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अधिक मात्रा में वीड का सेवन करने वाले लोग बिल्कुल भी क्रिएटिव नहीं होते हैं। ऐसे लोगों में सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है।
बता दें कि 40 ऐसे लोगों पर शोध किया गया जो हर रोज गांजे का सेवन करते हैं। इस शोध से पता चला है कि जो लोग गांजा का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उनमें सोचने-समझने की क्षमता बहुत कम हो जाती है, इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब रिसर्च के दौरान उन लोगों से कुछ क्रिएटिव करने के लिए कहा गया, लेकिन वीड पीने के आदी कुछ सोच पाने में असमर्थ थे। क्योंकि वीड के इस्तेमाल से दिमाग के सोचने वाला हिस्सा काम करना बंद कर देता है।
नीदरलैंड के फिजिकोलॉजिस्ट माइकल कोवॉल ने बताया कि बड़े पैमाने पर लोगों का मानना है कि इसके सेवन से क्रिएटिविटी बढ़ती है लेकिन इस रिसर्च ने इस बात को पलटकर रख दिया, क्योंकि रिसर्च ने इस बात को नकार दिया है। फिजिकोलॉजिस्ट का यह भी कहना है कि अगर गांजा की खुराक ज्यादा हो तो व्यक्ति बेहोश हो जाता है और वह दिमाग से काम नहीं कर पाता है और गलतियों पर गलती करते रहता है।
इसके अलावा रिसर्च में इस बात का भी पता चला कि दिमाग को सही तरीके कार्य करने वाले डोपामाइन केमिकल में बाधा डालने में गांजा महत्तवूर्ण भूमिका निभाता है। जो लोग भांग का सेवन करते हैं उनमें पलकें झपकाने की फ्रिक्वेंसी के बीच काफी अंतर होता है, और यही डोपामाइन की कमी को दर्शाता है।
साभारः indiatimes
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि, हमें फॉलो करें ट्विटर और पिंटरेस्ट पर-
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
Next Story