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Contact Lenses लगाने से होंगे कैंसर के शिकार, स्टडी में हुआ खुलासा

Contact Lenses: आंखों को खूबसूरत दिखाने वाले कांटेक्ट लेंस से बढ़ रहा कैंसर का खतरा। यहां जानिये स्टडी में क्या दावा हुआ है।

Using contact lenses can cause cancer.
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कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करने से कैंसर हो सकता है।

Study Claims Contact Lenses Contain Cancer Causing Chemicals: आज के समय में लोग अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए कई प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। अक्सर ऐसा कहा जाता है कि लोगों कि खूबसूरती और चरित्र उनकी आंखों में झलकता है। यही कारण है कि लोग आंखों को अच्छा दिखने के लिए कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lenses) का इस्तेमाल करते हैं। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। हम सभी लेंसेस से होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में जानते हैं, लेकिन अब एक स्टडी में नया खुलासा हुआ है। नई रिसर्च में सामने आया है कि अमेरिका में कई सॉफ्ट कॉन्टैक्ट लेंस में कैंसर पैदा करने वाले केमिकल्स पाए गए हैं। बता दें कि ये लेंस फ्लोरोपॉलीमर (Fluoropolymers) नामक कंपाउंड से बने होते हैं। ये खतरनाक कंपाउंड इंसान के शरीर में कैंसर (Cancer), लिवर डिजीज (Liver Diseases), किडनी डिजीज (Kidney Diseases) और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (Autoimmune Disorder) जैसी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकते हैं। रिसर्च में हुए इस दावे के कारण एक बार फिर कॉन्टेक्ट लेंस के इस्तेमाल पर सवाल खड़े हो गए हैं।

लेंस बनाने में होता है नरम प्लास्टिक का इस्तेमाल

बता दें कि अमेरिका में 18 तरह के कॉन्टेक्ट लेंसों के परीक्षण में इस चौंकाने वाली बात का खुलासा हुआ है। इन सभी लेंस में फ्लोरोपॉलीमर कंपाउंड की बहुत ज्यादा मात्रा पाई गई है। यह रिसर्च अमेरिका की नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी समेत कई यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है, जिसके नतीजे बहुत डराने वाले हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि फ्लोरोपॉलीमर केमिकल्स जटिल हैं। फ्लोरोपॉलीमर पीएफएएस एक नरम प्लास्टिक सामग्री होते हैं, जिसका इस्तेमाल डिस्पोजेबल सॉफ्ट लेंस बनाने के लिए किया जाता है। शोधकर्ता ने आगे कहा कि केमिकल्स के संपर्क में आने से आंखों की हेल्थ पर किस तरह का असर पड़ सकता है। आंखें कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lenses) से पीएफएएस केमिकल्स को कैसे अब्सॉर्ब करती हैं, इस पर कोई अध्ययन नहीं किया गया है।

लेंस के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से करें चर्चा

शोधकर्ताओं का कहना है कि लोग चश्मा पहनने या इसके ऑप्शंस के बारे में डॉक्टर से बात करना बिल्कुल न भूलें। हम सभी का स्किन टाइप अलग होता है। ऐसे में कौन सी चीजें हमारे लिए अच्छी हैं और कौन सी नहीं, ये डॉक्टर ही बता सकते हैं। स्टडी में यह तो कंफर्म किया गया है कि कॉन्टेक्ट लेंस (Contact Lenses) में खतरनाक केमिकल्स होते हैं, लेकिन आंखों पर इसका कितना असर होता है, इस बारे में रिसर्च नहीं हुई है। कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से आपको आंखों में संक्रमण और कॉर्नियल अल्सर सहित कई गंभीर बीमारियों का खतरा होता है। ये स्थितियां बहुत जल्दी विकसित हो सकती हैं और बहुत गंभीर रूप भी ले सकती हैं। बता दें कि नियंत्रण से बाहर होने पर ये स्थितियां अंधेपन का कारण भी बन सकती हैं। ऐसे में आपकी कुछ सावधानियां कॉन्टैक्ट लेंस से होने वाले जोखिमों से आपकी रक्षा कर सकती हैं।

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Harsha Singh

Harsha Singh

दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है। कॉलेज के दौरान ही कुछ वेबसाइट्स के लिए फ्रीलांस कंटेंट राइटर के तौर पर काम किया। अब बीते करीब एक साल से हरिभूमि के साथ सफर जारी है। पढ़ना, लिखना और नई चीजे एक्स्प्लोर करना पसंद है।


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