आप भी तो नहीं पाल के बैठे थायरॉयड से जुड़े मिथ्स? पढ़िये वजन बढ़ने से लेकर प्रेग्नेंसी न होने तक की पूरी जानकारी
थायरॉयड को लेकर कई मिथक फैले हैं। कुछ मिथक तो ऐसे हैं, जिसकी सच्चाई जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

थायरॉयड से जुड़े मिथ्स को ना मानें सच
Common Myths About Thyroid: आजकल के समय में थायरॉयड (Thyroid) एक बहुत ही आम समस्या है। दुनियाभर में बड़ी संख्या में महिलाएं इस बीमारी से जूझ रही हैं। ऐसा कहा जाता है कि एक बार थायरॉयड की समस्या होने पर रोजाना दवाई लेनी पड़ती है। लोगों का मानना है कि यह गंभीर समस्या नहीं है क्योंकि रोजाना एक गोली खाई जाए तो कोई दिक्कत नहीं आती। हालांकि थायराॅयड उतनी सिंपल बीमारी भी नहीं है, जिसे नजरअंदाज कर दिया जाए। आज हम थायराॅयड से जुड़े मिथकों के बारे में बताने जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले बताते हैं कि आखिर थायरॉयड से क्या होता है।
दरअसल, थायरॉयड एक तितली के आकार की ग्लैंड होती है, जो कॉलरबोन के ठीक ऊपर होती है। इस ग्रंथि से बनने वाले हार्मोन को थायरोक्सिन (thyroxine) कहा जाता है। यह एक ऐसा हार्मोन है, जो शरीर में मेटाबॉलिज्म का लेवल बनाए रखता है। जब थायरॉयड के कारण हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, तो इंसान को मोटापे से लेकर बाल झड़ने तक की बहुत सी समस्याएं होने लगती हैं। चूंकि थायरॉयड लोगोंं के लिए आम सी बीमारी बन गई है, लिहाजा इससे जुड़े कई बेबुनियाद मिथक भी सुनने को मिल जाएंगे। तो चलिए देखते हैं थायरॉयड से जुड़ी कौन सी बात सच है और कितनी अफवाह फैली है।
मिथक- बच्चों को थायरॉयड की समस्या नहीं होती है
आमतौर पर लोगों का मानना है कि थायरॉयड की समस्या जवान या फिर ज्यादा उम्र के लोगों को ही होती है। इस बात में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। बदलते समय में बड़ों के साथ-साथ बच्चों का लाइफस्टाइल भी बिगड़ने लगा है। इस वजह से कम उम्र में ही बच्चे भी थायरॉयड जैसी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। आपको जानकार हैरानी होगी कि अगर किसी प्रेग्नेंट महिला को थायरॉयड की शिकायत है, तो उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी ये बीमारी हो सकती है।
मिथक- थायरॉयड होने के बाद प्रेग्नेंसी के चांस होते हैं कम
हम सभी जानते हैं कि थायरॉयड आपके हार्मोन्स में गड़बड़ी की वजह बनता है, ऐसे में महिला के लिए कंसीव करना मुश्किल होता है। अगर आप सोचती हैं कि एक बार थायरॉयड होने के बाद आप प्रेग्नेंट हो ही नहीं सकती हैं, तो आप बहुत बड़े भ्रम में जी रही हैं। आप समय से अपनी दवाई ले रही हैं और एक हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो कर रही हैं, तो आपको कंसीव करने में कोई समस्या नहीं होगी। यानी थायरॉयड के बावजूद प्रेगनेंसी हो सकती है।
मिथक- थायरॉयड होने पर वजन नहीं होता कम
यह तो समाज में प्रचलित बहुत ही कॉमन मिथ है, जिस पर कोई भी आसानी से भरोसा कर लेता है। यह सच नहीं है कि थायरॉयड होने पर वजन तेजी से बढ़ता जरूर है। अगर आप चाहें तो इस वजन को कंट्रोल भी कर सकते हैं क्योंकि अगर वजन पर नियंत्रण ना किया जाए तो पीसीओडी और हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। अगर आप एक एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाते हैं और अपने खान-पान का ध्यान रखते हैं, तो आपका वजन कम हो जाएगा।
मिथक- थायरॉयड लेवल नॉर्मल होने पर बंद कर सकते हैं दवा
यह मिथ शायद किसी ऐसे इंसान ने शुरू किया होगा, जिसे दवाइयां खाना बिल्कुल पसंद नहीं होगा। खैर, कई बार ऐसा होता है कि लोग अपना थायरॉयड लेवल नॉर्मल होने पर दवा लेना बंद कर देते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी समस्या ठीक हो चुकी है, इसलिए दवा की जरूरत नहीं है, जबकि ये आपकी बड़ी गलती साबित हो सकती है। आपको कभी भी खुद डॉक्टर बनकर दवाई लेना बंद नहीं करना चाहिए। आपकी स्थिति में सुधार इसलिए हुआ है, क्योंकि आप अपनी दवाई समय से खा रहे हैं। इसलिए अगर आपका भी दवाई बंद करने का मन कर रहा है, तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

Harsha Singh
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है। कॉलेज के दौरान ही कुछ वेबसाइट्स के लिए फ्रीलांस कंटेंट राइटर के तौर पर काम किया। अब बीते करीब एक साल से हरिभूमि के साथ सफर जारी है। पढ़ना, लिखना और नई चीजे एक्स्प्लोर करना पसंद है।