गार्डनिंग टिप्स : ये है घर में रोजमैरी का पौधा लगाने और देखभाल का सही तरीका
आप अपनी बगिया को सुगंध से भरना चाहती हैं, सुंदर बनाना चाहती हैं तो रोजमैरी हर्ब लगा सकती हैं। इसका इस्तेमाल खाने में भी किया जा सकता है। रोजमैरी हर्ब लगाने और उसके देखभाल के सही तरीके के बारे में जानिए।

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किरण भास्करCreated On: 27 March 2019 2:16 PM GMT
Rose Mary GardningTips
रोजमैरी हर्ब को पोलर प्लांट, कंपास बीट, कंपास प्लांट, ड्यिू ऑफ द सी, गार्डन रोजमैरी, मैरीज मेंटल भी कहा जाता है। इसकी खुशबूदार पत्तियों का इस्तेमाल भोजन को सुगंधित बनाने के लिए किया जाता है। इंटरनेशनल हर्ब एसोसिएशन द्वारा साल 2001 में इसे रोजमैरी नाम दिया गया। पहले इसका इस्तेमाल रोम में किया जाता था, इसे याद्दाश्त बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी माना जाता था और इसका चिकित्सा जगत में भी इस्तेमाल होता था। धीरे-धीरे ब्रिटेन, इटली और फ्रांस में इसे भोजन को सुगंध और स्वाद देने के लिए इस्तेमाल में लाया जाने लगा। यही वजह है कि आज इसकी खेती पूरी दुनिया भर में की जा रही है और इसका भोजन में इस्तेमाल हो रहा है।
रोजमैरी पौधे की बनावट
रोजमैरी हर्ब की शाखाओं का रंग अलग-अलग होता है। इसका पौधा तीन फुट तक ऊंचा होता है। पत्तियों के बीच में शिराएं होती हैं और यह किनारे से
मुड़ी होती हैं। पत्तियों की लंबाई एक इंच और रंग गहरा होता है। इसकी महक तीखी होती है और फूलों का रंग नीला होता है। फूल छोटे और हल्के नीले
रंग के होते हैं। मई-जून में इसके फूल आते हैं। उस दौरान पूरे पौधे से महक आती है।

रोजमैरी लगाने का तरीका
रोजमैरी के पौधे को सूरज की रोशनी और दोमट मिट्टी की जरूरत होती है। यह घर के भीतर भी उगाया जा सकता है। लेकिन इसे घर में ऐसी जगह लगाएं, जहां सूरज की रोशनी आती हो। रोजमैरी को उगाने के लिए बीजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी पौध तैयार करके उसे दूसरी जगह रोपित किया जाता है। अपने गार्डन में इसे लगाने के लिए इसके बीजों को किसी अंधेरे कमरे में गमले में पौधे बनाने के लिए डालना चाहिए। बीज डालने के बाद मिट्टी ऊपर से एकसार कर देनी चाहिए। दो से तीन सप्ताह के बाद यह अंकुरित हो जाते हैं और इसे दूसरे गमले में लगा सकते हैं। पौधा जब चार इंच का हो जाए तो इसे बाहर लगा सकते हैं। गमले में इसकी मिट्टी नम रहनी चाहिए लेकिन गमले में पानी देर तक खड़ा नहीं रहना चाहिए, क्योंकि ज्यादा नमी से इसकी जड़ खराब हो सकती है। एक बार जमीन में जड़ जमने के बाद रोजमैरी की झाड़ी अच्छी तरह जम जाती है।

जरूरी है देखभाल
अगर रोजमैरी की पत्तियां पीली पड़ जाएं तो मुरझाकर पौधा खराब हो जाता है, इसलिए इसकी पौध लगाने के लिए जड़ों को सावधानी से निकालकर जमीन में गहराई तक रोपित करना चाहिए, जिससे जड़ों को कोई नुकसान न पहुंचे। अगर इसका पौधा जमीन पर लगाया जाता है तो यह सालों-साल सही रहता है। समय-समय पर इसकी कटाई-छंटाई की जा सकती है, इसके लिए इसकी शाखाओं को ट्रिम करते रहना चाहिए।

रखें ध्यान
- अगर रोजमैरी को गार्डन की जमीन में लगाएं तो दो पौधों के बीच की दूरी 3 से 6 सेंटीमीटर तक होनी चाहिए।
- इसके पौधे को कंटेनर में तभी रोपित करें, जब जड़ अच्छी तरह जम जाए। कंटेनर में लगाने के बाद यह पौधा 3 से 4 साल तक हरा भरा रहता है।
- जिस गमले में इसे लगाएं उसे धूप वाली जगह पर रखें, क्योंकि यह पौधा धूप में अच्छी वृद्धि करता है।
- पौधे में नियमित पानी डालें लेकिन ज्यादा पानी से बचाएं।
- समय-समय पर इसकी छंटाई करती रहें।
- रोजमैरी में फंगस, कीड़े और दीमक लगने का खतरा ज्यादा होता है इसलिए इसकी जड़ को नमी से बचाकर रखना चाहिए और इसमें नीम की खाद का इस्तेमाल करना चाहिए।
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