बजरंग दल नहीं बल्कि इस वजह से युवाओं ने नहीं मनाया वेलेंटाइन डे, सच जानकर चौंक जाएंगे
वेलेंटाइन डे के लिए कपल्स की तैयारियां कुछ भी हो, लेकिन हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक वेलेंटाइन का क्रेज कम हो गया है।

वेलेंटाइन डे के लिए कपल्स की तैयारियां कुछ भी हो, लेकिन हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक वेलेंटाइन का क्रेज कम हो गया है।
वेलेंटाइन के क्रेज को लेकर एक नहीं बल्कि दो सर्वे हुए। दोनों सर्वे का नतीजा एक ही निकला कि हर बार की तुलना में इस साल वेलेंटाइन का क्रेज कम हुआ है।
एनबीटी की खबर के मुताबिक एक सर्वे मैट्रिमोनियल वेबसाइट की तरफ से किया गया तो दूसरा एक कॉन्फेक्शनर की तरफ से। इन दोनों ही सर्वे में यह बात सामने आई है कि अब भारतीय युवाओं के बीच वेलेंटाइन डे के लिए उत्साह में कमी आ रही है।
इतना ही नहीं युवा अब नए-नए चकाचौंध वाले बाजार से भी दूर हो रहे हैं। साथ ही गिफ्ट्स आइटम खरीदने से कतरा रहे हैं। इसके अलावा लगातार वेलेंटाइन डे के लिए बढ़ रहे बाजारीकरण के कारण भी इससे दूर हो रहे हैं।
आधे से ज्यादा लोग नहीं मनाते वेलेंटाइन डे
- मैट्रिमोनियल साइट शादी डॉट कॉम की तरफ से एक ऑनलाइन सर्वे किया गया।
- इस सर्वे में उन्हें 20 से 35 साल के बीच के विवाहित और अविवाहित 8 हजार 200 लोगों की प्रतिक्रियाएं मिलीं।
- सर्वे में शामिल लोगों से जब यह सवाल पूछा गया कि 'क्या वे वैलंटाइंस डे सेलिब्रेट करने में यकीन रखते हैं', तो इस बारे में 68 फीसदी लोगों ने ना में जवाब दिया।
- वहीं सिर्फ 32 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया।
- जिन्होंने जवाब न में दिया गया जब उनसे कारण पूछा गया तो उनमें से 55 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वेलेटाइन डे का अवसर जरूरत से ज्यादा प्रचारित है।
- इसके अलावा 28 प्रतिशत लोगों ने कहा कि अगर किसी स्पेशल इंसान के साथ रहते हैं, तो हर दिन वेलेंटाइन डे ही है, फिर किसी एक दिन सेलिब्रेट करने की क्या जरूरत।
- बाकी बचे 17 फीसदी लोगों ने कहा कि इस दिन हर जगह इतनी भीड़ होती है कि बाहर निकलना ही मुश्किल हो जाता है।
महज 3% को रहता है वेलेंटाइन का इंतजार
सर्वे में शामिल 67 फीसदी लोगों का कहना था कि वेलेंटाइन डे को भी अन्य दूसरे दिन की तरह लिया जाना चाहिए।
गिफ्ट्स खरीदने में कमी
एनबीटी की खबर के मुताबिक मुंबई के वाशी स्थित आर्चीज आउटलेट के स्टोर मैनेजर नवनाथ सालेकर का कहना है कि पिछले 2 सालों में वेलेंटाइन डे के मौके पर गिफ्ट्स खरीदने वालों की संख्या में कमी आयी है। लेकिन अगर बात करें कार्ड्स की तो सोशल मीडिया और वॉट्सऐप वगैरह होने के बावजूद ग्रीटिंग कार्ड्स की सेल अभी भी बरकरार है।
इसके पीछे का कारण बताते हुए स्टोर मैनेजर ने कहा कि कार्ड्स की बिक्री इसलिए बरकरार है, क्योंकि कार्ड्स स्पर्शनीय होते हैं। इन्हें लंबे समय तक संभालकर रखा जा सकता है, लेकिन फोन मेसेज डिलीट हो सकते हैं।
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