ऐसे दूर करें नेगेटिविटी आप रहेंगे हेल्दी-हैप्पी
तमाम तरह के प्रेशर, कॉम्पिटिशन और भाग-दौड़ की वजह से अधिकांश लोग टेंशन में रहते हैं। बीते लगभग एक साल से कोरोना की वजह से लोगों की टेंशन में और इजाफा हुआ है। इससे हमारे भीतर नेगेटिविटी भी बढ़ी है। हमें समझना होगा कि हेल्दी-हैप्पी लाइफ के लिए नेगेटिविटी को दूर कर पॉजिटिव लाइफ को अपनाना बहुत कठिन नहीं है।

आज के दौर में जीवन की आपा-धापी में अनचाहे ही हम अकसर तनावग्रस्त हो जाते हैं और दिमाग में सकारात्मक से अधिक नकारात्मक विचार आने लगते हैं। ये नकारात्मक विचार हमें निराशा और अवसाद के जाल में उलझा देते हैं। इससे हमारी कार्यक्षमता प्रभावित होती है और जीवन में हम पिछड़ने लगते हैं। नकारात्मक विचार लंबे समय तक बने रहने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होने लगता है। लिहाजा जीवन में स्वस्थ रहने और सफलता पाने के लिए सकारात्मक विचार और रवैया अपनाने की जरूरत होती है। इसे आप अपनी मजबूत इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास के बल पर आसानी से हासिल कर सकते हैं। इसके लिए थोड़े से प्रयास से दैनिक जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर, नकारात्मकता के अंधेरे से निकल सकते हैं।
पहचानें अपनी खूबियां: खुद से प्यार करना सीखें, अपनी खूबियों-काबिलियत को पहचानें और कामयाबी पर खुद की तारीफ करें। अपनी छोटी-छोटी उपलब्धियों, अच्छे वक्त को याद करें। इससे आपमें नई उर्जा का संचार होगा और नकारात्मकता से बाहर आ पाएंगे। अपने क्षमता के हिसाब से कार्य करें और परिणामों से संतुष्ट रहने की कोशिश करें। ऐसा करने से नकारात्मक विचार आप पर हावी नहीं होंगे। अपनी तुलना दूसरों से न करें। अपनी विशिष्टताओं के कारण हर एक व्यक्ति दूसरे से अलग होता है। किसी ताकतवर या प्रतिभाशाली व्यक्ति से तुलना करने पर नकारात्मक विचारों से घिर सकते हैं और निराशा का शिकार हो सकते हैं।
अपनाएं हेल्दी लाइफस्टाइल: हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें। सुबह जल्दी उठें, नियमित व्यायाम, योगाभ्यास या एक्सरसाइज करें। इससे दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है और सकारात्मक सोच बढ़ाने में मदद मिलती है। नकारात्मकता से बचने के लिए नियमित रूप से भरपूर नींद लें और खान-पान का समुचित ध्यान रखें। स्मोकिंग न करें, एल्कोहल से बचें, ये चीजें एंग्जाइटी बढ़ाती हैं।
अपने आपको व्यस्त रखें: कहावत है-खाली दिमाग शैतान का घर। ऐसे में नकारात्मक विचार परेशान ही करेंगे। अपने दिमाग को शार्प बनाने के लिए खुद को छोटे-मोटे चैलेंज देते रहें और सक्रिय रहें। अपना पसंदीदा काम करें या हॉबी को समय दें। जैसे- म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाना, क्रिएटिव राइटिंग, पढ़ना-लिखना, पेंटिंग करना, बागवानी करना, पॉट पेंटिंग करना, फैशन डिजाइनिंग, कुकिंग। विचलित मन को शांत करने के लिए पसंदीदा म्यूजिक सुनें या प्रेरणादायक विडियो देखें। हंसी-मजाक वाली फिल्में या प्रोग्राम देखें। ये एक्टिविटीज दिमाग पर तुरंत असर करती हैं। दिमाग से स्ट्रेस को बाहर निकालती हैं और डोपामाइन जैसे फील-गुड हैप्पी हार्मोंस के स्राव में मदद करती है। जब भी आप नकारात्मक विचारों से घिरे महसूस करें या अवसादग्रस्त हों, तो ये आपका मूड ठीक करने, नकारात्मक विचारों को दूर करने और सकारात्मक विचारों को बढ़ाने में मददगार होते हैं।
लिखने की आदत डालें: रचनात्मक लेखन के लिए नकारात्मक विचारों से इतर कुछ नया सोचें। डायरी लेखन से संभव है आत्मनिरीक्षण करेंगे और नकारात्मक विचार कम होंगे। दिन में किए जाने वाले कामों की वरीयता के आधार पर डायरी में लिस्ट बनाएं और यथासंभव ईमानदारी से उसका पालन करें।
नकारात्मक विचारों से दूर रहें: नकारात्मक सोच वाले व्यक्तियों या नकारात्मक वातावरण से दूर रहें। ऐसे लोगों के साथ रहें जो सकारात्मक रहते है, खुश रहने और हंसते रहने की कोशिश करते हैं। साथ ही आपको भी सकारात्मक रहने के लिए प्रेरित करते हैं।
नकारात्मकता फैलाने वाले सोशल मीडिया साइटों के बजाय अपने करीबी लोगों के साथ समय बिताएं। परिवार के सदस्यों, दोस्तों, नाते-रिश्तेदारों के साथ बातें साझा करने और राय लेने से नकारात्मकता दूर होगी। सकारात्मक उर्जा का संचार होगा।
दूसरों द्वारा आपके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने के लिए कही गई नकारात्मक बातों से परेशान होने के बजाय लापरवाही बरतें। उनकी बातों पर बिल्कुल ध्यान न दें, अनसुना कर दें।
खूब हंसें: लाफिंग क्लब का सदस्य बनें। हंसना कई समस्याओं का समाधान है। हंसने से दिल, फेफड़ों और मांसपेशियों में ऑक्सीजन का संचार ज्यादा होता है। ब्रेन एंडोर्फिन हार्मोन ज्यादा मात्रा में रिलीज करता है और आपको तनावमुक्त रखने में सहायक है। जरूरत पड़ने पर क्लब में दिल खोल कर हंसने से नकारात्मकता की स्थिति में जाने से बच सकेंगे।
आत्मविश्वास बढ़ाएं: नकारात्मक विचारों से डरे नहीं, वरना वे आप पर हावी हो जाएंगे। हार मत मानें, दृढ़ इच्छाशक्ति से हर काम में जरूर कामयाब होंगे। जिस काम को करने से आपको डर लगता है, उस पर पूरा फोकस करें और पूरी तत्परता से उसे करने में जुट जाएं। इससे आपमें आत्मविश्वास और सकारात्मकता बढ़ेगी, नकारात्मकता धीरे-धीरे कम होती जाएगी।
न मानें हार: समस्याओं से हारकर न बैठ जाएं, बल्कि पूरे आत्मविश्वास के साथ उसका सामना करें और उसका समाधान तलाशने की कोशिश करें। समस्याएं और उनसे उपजी नकारात्मकता जल्द दूर होगी।
मन रखें मजबूत: अपने मन को काबू में करना सीखें। हम सभी के दिमाग में पूरा दिन सकारात्मक-नकारात्मक विचार चलते रहते हैं। दिमाग से नकारात्मक विचारों को बाहर निकालने के लिए नियमित रूप से कुछ समय मेडिटेशन करें। अपने अतीत के बारे में मत सोचें। अतीत की गल्तियां या भविष्य की चिंता नकारात्मक विचारों को बढ़ाती हैं। वर्तमान में जीना सीखें और खुश रहें।