अरेंज्ड मैरिज में दिलचस्पी न रखने वाले इस लेख को जरूर पढ़ें, जानें क्या कहती हैं रिसर्च
देश में 60 प्रतिशत युवा अरेंज मैरिज ही करना चाहते हैं। स्टैटिस्टिक्स ब्रेन रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार अरेंज मैरिज में तलाक की दर सिर्फ 6% है। यही वजह है कि दुनिया में आज भी कई लोग अपने मां बाप की चोइस से शादी करने में ज्यादा विश्वास रखते हैं। हांलाकि कुछ लोग अरेंज मैरिज के खिलाफ रहते हैं क्यों कि उनका मानना होता है कि जिसके साथ हमें पूरी जिंदगी रहना है तो उसे चुनने का हक हमें ही होना चाहिए।

आजकल डेटिंग करना बहुत ही कॉमन हो गया है, लेकिन इसके बावजूद भी ज्यादातर लोग अरेंज मैरिज करना ही पसंद करते हैं। अरेंज मैरिज हमारी संस्कृति का ही एक हिस्सा है। आज भी ज्यादातर युवा अपने मां बाप की पंसद से शादी करना चाहते हैं। देश में 60 प्रतिशत युवा अरेंज मैरिज ही करना चाहते हैं। स्टैटिस्टिक्स ब्रेन रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार अरेंज मैरिज में तलाक की दर सिर्फ 6% है। यही वजह है कि दुनिया में आज भी कई लोग अपने मां बाप की चोइस से शादी करने में ज्यादा विश्वास रखते हैं। हांलाकि कुछ लोग अरेंज मैरिज के खिलाफ रहते हैं क्यों कि उनका मानना होता है कि जिसके साथ हमें पूरी जिंदगी रहना है तो उसे चुनने का हक हमें ही होना चाहिए। इसी बीच आज हम आपको अरेंज मैरिज के कुछ फायदे भी बताएंगे।
तलाक का रेट लव मैरिज के रेट से काफी कम है
- सबसे पहले बात करते हैं अरेंज मैरिज के सक्केस रेट पर। विकिपीडिया के व्यवस्थित आंकड़ों पर एक नजर डालें तो 6.3% वह आंकड़ा है जो यह बताता है कि व्यवस्थित विवाह (अरेंज मैरिज) अन्य विवाह की तुलना में कहीं अधिक स्थिर है। भारत में अरेंज मैरिज के तलाक का रेट लव मैरिज के रेट से काफी कम है।
एक दूसरे का जानने के लिए खुद का समय निकालते हैं
- अरेंज मैरिज में बहुत कम चांस होते हैं कि आप अपने पार्टनर को पहले से जानते हों। इसलिए शादी के बाद आप एक दूसरे का जानने के लिए खुद का समय निकालते हैं। ऐसे में आप एक दूसरे के करीब आते हैं। आप अपने पार्टनर को वैसे ही एक्सेप्ट करते हैं जैसा वो है। आपके मन में यह बात नहीं आती है कि वो शादी के बाद बदल गया।
शादी की जिम्मेदारियां आपकी फैमिली लेती है
- अरेंज मैरिज में आपकी शादी की जिम्मेदारियां आपकी फैमिली लेती है। वहीं आप दोनों के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए पूरा परिवार साथ देता है। वहीं लव मैरिज में अक्सर परिवार के लोग यह कह देते हैं कि तुम्हारी पसंद है अब खुद संभालो।
आप उस परिवार में अडजेस्ट कर पाएंगे कि नहीं
- शादी आप अपने पार्टनर से नहीं करते बल्कि दो परिवारों का मिलन भी होता है। ऐसे में एक दूसरे की रिती रिवाजों को समझना भी बहुत जरूरी होता है। जब आपके मां बाप आपके लिए साथी ढूंढते हैं तो वो इस बात का भी रखते हैं कि आप उस परिवार में अडजेस्ट कर पाएंगे कि नहीं। वहीं जब आप अपनी पसंद से शादी करते हैं तो आपको सब कुछ एक्सेप्ट करने के सिवा कोई और ऑप्शन नहीं होता।
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शादी के बाद फाइनेनशियल कितने सिक्योर रहेंगे
- जब माता पिता शादी की चीजें तय करते हैं तो वो यह भी देखते है कि उनके बच्चे शादी के बाद फाइनेनशियल कितने सिक्योर रहेंगे। वहीं जब आप अपने मां बाप के खिलाफ जाकर अपनी मर्जी से शादी करते हैं तो आपको इन सब चुनौतियों से खुद अकेले लड़ना पड़ता है और इसका बुरा असर आप दोनों के रिश्ते पर भी पड़ता है।