इतने महीने बाद ही करना चाहिए दूसरा बच्चा, जानें पहले करने से क्या पड़ता है असर
कपल्स को यह पता होना चाहिए कि दो बच्चों के बीच कितना अंतर होना मां और बच्चों के लिए सही रहता है। मां और बच्चे की सेहत को ध्यान में रखते हुए इन चीजों का जानना बहुत जरूरी है।

आमतौर पर आज भी लोग ऐसा मानते हैं कि महिला का गर्भवती होना और बच्चे को जन्म देना सौभाग्य की बात है।
किसी भी कपल के लिए माता-पिता बनना उनकी लाइफ का सबसे हसीन पल होता है। कुछ कपल एक ही संतान के साथ खुशी से अपना जीवन बिताते हैं, तो कुछ दो बच्चे के लिए प्लानिंग करते हैं।
ऐसे में कपल्स को यह पता होना चाहिए कि दो बच्चों के बीच कितना अंतर होना मां और बच्चों के लिए सही रहता है। मां और बच्चे की सेहत को ध्यान में रखते हुए इन चीजों का जानना बहुत जरूरी है।
बच्चे के बीच जन्म का अंतर और प्रभाव
12-18 महीना- बच्चों के बीच गहरा संबंध होता है, मां की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
18 महीना- इतना अंतर जरूरी होता है, इससे कम अंतर होने के कारण दूसरे बच्चे की प्री-मैच्योर डिलीवरी के ज्यादा चांसेस और बच्चे के कम वजन का खतरा।
2 साल- दो बच्चों के बीच 2 साल का अंतर होने से मां और बच्चा दोनों की सेहत अच्छी बनी रहती है।
3 साल- पहला बच्चा थोड़ा समझदार हो जाता है, मां की सेहत भी सही रहती है। साथ ही माता-पिता दोनों बच्चों की सही ढंग से परवरिश कर पाते हैं।
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दूसरे बच्चे की प्लानिंग के समय रखें ध्यान
इन सबके अलावा यह कपल्स पर निर्भर करता है कि वह दूसरा बच्चा कब प्लान करते हैं। लेकिन आप जब भी दूसरा बच्चा प्लान करें इस बात का ध्यान रखें की मां पूरी तरह से स्वस्थ हो। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर मां सही तरह से स्वस्थ नहीं रहेगी तो मां के साथ-साथ दोनों बच्चों की सेहत पर असर पड़ेगा।
क्या कहता है WHO
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, पहले और दूसरे बच्चे के जन्म में लगभग 24 महीने (2 साल) का अंतर होना बहुत जरूरी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि 24 महीनों में महिला की सेहत पूरी तरह से ठीक हो जाती है। इसके अलावा अगर आप 24 महीने से पहले ही प्लान कर रहे हैं, तो कम-से-कम 18 महीने का अंतर जरूर रखें।
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