जानिए बचाव के उपाय, गर्मियों में आई फ्लू से
यह इंफेक्शन बहुत आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है। बैक्टीरिया, वायरस आई फ्लू के प्रमुख कारण होते हैं।

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haribhoomi.comCreated On: 21 May 2015 12:00 AM GMT
नई दिल्ली. आंख आना यानी आई फ्लू आंखों में होने वाला एक इंफेक्शन है। इस बीमारी में आखों के सफेद वाले हिस्से पर इंफेक्शन हो जाता है। इस कारण आंखों का रंग लाल हो जाता है। यह इंफेक्शन बहुत आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है। बैक्टीरिया, वायरस आई फ्लू के प्रमुख कारण होते हैं।
लेकिन कई बार धूल, धुंआ, पॉल्यूशन, परागकण आदि से एलर्जी के कारण भी यह परेशानी हो जाती है। इसके अलावा एलर्जी, एन्वॉयरमेंटल कंडिशन, केमिकल आदि की वजह से भी आंखों में इंफेक्शन हो जाता है। यह इंफेक्शन कई बार बेहद मामूली होता है और खुद से ठीक भी हो जाता है। लेकिन कई बार यह बेहद गंभीर रूप ले लेता है और उसे ठीक होने में तीन से चार सप्ताह का समय लग जाता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से दिखाकर दवा लेने की जरूरत होती है।
लक्षण
आंखों में इंफेक्शन होने पर पेशेंट की आंखें लाल हो जाती हैं और उनमें बहुत दर्द होता है। इतना ही नहीं, आंखों में खुजली होना, धुंधला दिखाई देना, आंखों से पानी आना, कीचड़ निकलना, रोशनी में आंखें खोलने में परेशानी होना भी आई फ्लू के लक्षण होते हैं।
प्रिकॉशन
1.इंफेक्टेड आइज को छूने या रगड़ने से बचें।
2.किसी दूसरे का तौलिया, रूमाल, तकिया, बेड आदि इस्तेमाल न करें।
3.ठंडी चीजें जैसे ककड़ी, खीरा आदि को आखों पर रखें, इससे ताजगी महसूस होगी और जलन से राहत मिलेगी।
4.गॉगल्स पहनकर रहें।
5.धूप में जाने से बचें।
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