सावधान! अगर आप भी खाते हैं सरसों का तेल, तो पढ़ लें ये खबर
आयुर्वेद में भी विभिन्न तरह के तेलों का महत्व और गुणों का उल्लेख मिलता है।

हमारे देश में एक कहावत प्रचलित है कि किसी व्यक्ति के दिल तक पहुंचने का सबसे आसान तरीका उसके पेट से होकर जाता है। जिसका मतलब होता है स्वादिष्ट भोजन के जरिए खास व्यक्ति के दिल को जीता जा सकता है। लेकिन हमें कोई भी व्यंजन बनाने से पहले उसमें प्रयोग किए जाने वाले तेल के गुणों के बारे में जानकारी होना बेहद आवश्यक है।
यह भी पढ़ें : घर बैठे बनाएं कश्मीरी पालक और मलाई पनीर टिक्का, जानें रेसिपी
आयुर्वेद में भी विभिन्न तरह के तेलों के महत्व और गुणों का उल्लेख मिलता है। चलिए आज हम आपको ऐसे ही कुछ तेलों के गुणों बारे में बताते हैं, जो आपकी सेहत के साथ-साथ आपके भोजन का भी जाय़का बढ़ा देगें...
नारियल तेल - नारियल तेल जहां खाने के जायके में चार चांद लगाता है। वहीं ये तेल दिल और ब्लड प्रेशर की समस्याओं को कम करने में सहायक होता है,क्योंकि इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, विटामिन-ए, बी, सी के अलावा मिनरल्स पाए जाते हैं।
Submit
यह भी पढ़ें : भीगे चने खाने से होते है ये चमत्कारी फायदे, ऐसे करें इस्तेमाल
बादाम का तेल - इस तेल का प्रयोग खाना बनाने में तो प्राय: कम ही किया जाता है लेकिन इसे रोजाना दूध के साथ लेने पर शरीर मजबूत होता है और पेट की समस्याओं को दूर करने के साथ आंत का कैंसर होने से भी बचाता है. यही नहीं नसों की ब्लॉकेज को खत्म करता है।
Submit
जैतून का तेल - जैतून के तेल को प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेंट भी कहा जाता है,क्योंकि इसमें काफी अधिक मात्रा में फैटी एसिड पाया जाता है जो हृदय रोग के खतरों को कम करता है।
Submit
तिल का तेल - तिल का तेल काले और सफेद तिल को मिलाकर तैयार जाता है।जिससे इसमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, प्रोटीन और फॉस्फोरस पाया जाता है। ये हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
Submit
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App