क्या आम बात है पीरियड्स में महिलाओं का वजन बढ़ जाना? जानें इसके पीछे का कारण
Health Tips: मासिक धर्म (Menstrual Cycle) यानी पीरियड्स महिलाओं को होने वाली एक नेचुरल समस्या है। इस दौरान (During Periods) हर महिला का शरीर कई तरह के बदलावों को महसूस करता है। मासिक धर्म के कारण पूरे 28 दिनों तक महिलाओं में अनगिनत हार्मोनल चेंज (Hormonal Changes) होते हैं। इसके अलावा पीरियड्स से पहले या इसके दौरान कुछ महिलाओं का पेट फूलने लगता है और इस कारण उनका वजन भी बढ़ जाता है।

Health Tips: मासिक धर्म (Menstrual Cycle) यानी पीरियड्स महिलाओं को होने वाली एक नेचुरल समस्या है। इस दौरान (During Periods) हर महिला का शरीर कई तरह के बदलावों को महसूस करता है। मासिक धर्म के कारण पूरे 28 दिनों तक महिलाओं में अनगिनत हार्मोनल चेंज (Hormonal Changes) होते हैं। पीरियड्स में महिलाएं पेट दर्द, फ्रस्टेशन, चिड़-चिड़ापन और मूड स्विंग्स जैसे कई समस्याओं को झेलती हैं। इसके अलावा पीरियड्स से पहले या इसके दौरान कुछ महिलाओं का पेट फूलने लगता है और इस कारण उनका वजन भी बढ़ जाता है।
पीरियड्स में वजन बढ़ना आम बात?
पीरियड्स से पहले और उसके दौरान 3-5 पांच पाउंड तक वजन बढ़ना एक आम बात है, जो ब्लीडिंग के साथ-साथ कम भी हो जाता है। यह प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (Premenstrual Syndrome) का एक शारीरिक लक्षण है। पीएमएस (PMS) में शारीरिक, भावनात्मक और व्यवहार संबंधी जैसे कई लक्षण दिखाई देते हैं जो महिलाओं को उनके पीरियड्स से कई दिनों से दो सप्ताह पहले तक प्रभावित करती है। ये लक्षण मासिक धर्म चक्र के दौरान हार्मोनल परिवर्तन के कारण होते हैं। पीएमएस बहुत आम है। 90 प्रतिशत से अधिक महिलाओं को मासिक धर्म पीएमएस का अनुभव होता है। आपको बताते हैं कि पीरियड्स के दौरान आपका वजन क्यों बढ़ता है...
हार्मोन्स के कारण (Hormonal Changes)
पीरियड्स के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण हमारे शरीर में पानी अवधारण करता है, जिसके कारण आपका वेट बढ़ जाता है। पीरियड्स के पहले के दिनों में आपके शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन तेजी से कम हो जाते हैं। यह आपके शरीर को बताता है कि मासिक धर्म शुरू होने का समय आ गया है। एस्ट्रोजन (Estrogen) और प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) आपके शरीर के तरल पदार्थ को नियंत्रित करने के तरीके को भी नियंत्रित करते हैं। जब इन हार्मोनों में उतार-चढ़ाव होता है, तो आपके शरीर के टिशु में अधिक पानी जमा हो जाता है। जिससे शरीर पानी अवधारण (Water Retention) कर लेता है। वॉटर रिटेंशन के कारण आपके ब्रेस्ट, पेट या हाथ-पांव में सूजन हो सकती है। इससे शरीर का वजन तो बढ़ता है, लेकिन चर्बी नहीं।
ब्लोटिंग (Bloating)
पीरियड्स ब्लोटिंग या पेट में ऐंठन आपके कपड़ों को टाइट और असहज महसूस कराता है। इससे आपको लगने लगता है कि आपका वजन बढ़ गया है लेकिन ऐसा होता नहीं है। पीरियड्स के दौरान, हार्मोनल परिवर्तन आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल पथ में गैस बढ़ा सकते हैं और सूजन का कारण बन सकते हैं। आपके पेट में पानी की अवधारण भी सूजन का कारण बन सकती है। ब्लोटिंग आपके मासिक धर्म से पांच दिन पहले शुरू हो सकती है और पीरियड्स के शुरू होनें तक रहती है। पेट में ऐंठन, जो आपके मासिक धर्म से एक या दो दिन पहले शुरू होती है, कुछ दिनों तक भी रह सकती है।
क्रेविंग्स होना (Cravings)
पीरियड्स के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तन भी आपको अधिक खाने के लिए मजबूर कर सकते हैं। मासिक धर्म से पहले सप्ताह में, प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ जाता है। प्रोजेस्टेरोन एक भूख उत्तेजक है। जैसे ही प्रोजेस्टेरोन बढ़ता है, आप सामान्य से अधिक खाना शुरू कर देते हैं। एस्ट्रोजन एक न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन को भी नियंत्रित करता है जो मूड को नियंत्रित करता है और भूख को कम करता है। जब एस्ट्रोजन पीरियड्स से ठीक पहले कम होता है, तो सेरोटोनिन अपने आप कम हो जाता है। इस कारण आपको ज्यादा भूख लगने लग जाती है। इस दौरान आपको मीठा खाने की क्रेविंग थोड़ा ज्यादा होती है, जिसके कारण आपका वजन बढ़ जाता है।
वर्कआउट छोड़ देना (Skipping Workout)
जब आपको सूजन और ऐंठन होती है, तो आप वर्कआउट करना कम या बंद कर देते हैं। इसके साथ आप क्रेविंग्स के कारण ज्यादा खा रहे होते हैं। वर्कआउट मिस कर देना और ज्यादा खाना खाने से आपका वजन बढ़ जाता है। पीरियड्स से एक सप्ताह पहले, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन दोनों बढ़ जाते हैं, जिससे थकान और सहनशक्ति कम होने लगती है। यह आपको वर्कआउट करने में असहज महसूस करा सकता है।
पाचन क्रिया की समस्या (Digestion Problems)
पीरियड्स होने से एक या दो दिन पहले महिलाओं को पाचन संबंधी समस्याएं शुरू हो जाता है। ऐसा आपके शरीर में प्रोजेस्ट्रॉन लेवल के बढ़ने के कारण होता है। प्रोजेस्ट्रॉन बढ़ने के कारण आप कई तरह की चीजें खाती हैं जिससे आपका पेट फूल जाता है। कुछ भी खाने के कारण आपको कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता और आपका वजन भी बढ़ जाता है।