सेहत पर जहर उगल रहा ''ईहेक बैक्टीरिया''
ईहेक बैक्टीरिया बड़ी आंत में चिपक जाता है।

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haribhoomi.comCreated On: 15 Oct 2016 12:00 AM GMT
नई दिल्ली. ईहेक बैक्टीरिया, ईकोलाई बैक्टीरिया की एक नई प्रजाती है, जो फूड पॉइजनिंग का कारण बन रह है और जर्मनी से पूरे यूरोप में फैल रही है। चीनी वैज्ञानिकों के अनुसार उन्हें इस कीटाणु में ऐसे जीन्स मिले हैं जो कई एंटीबायोटिक्स के लिए प्रतिरोधी बना देते हैं। रूस ने यूरोप से कच्ची सब्डियों का आयात बंद कर दिया है जिसके कारण उसे भारी आलोचना का सामना करना पड़ा। समझा जा रहा है कि यूरोपीय संघ की सब्जियां इस संक्रमण का कारण है।
ई कोलाई बैक्टीरिया की नई प्रजाति बहुत संक्रमणकारी है और अति जहरीली भी। ईहेक बैक्टीरिया का संक्रमण यूरोप के दस देशों में सामने आया है औऱ अमेरिका में भी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ईहेक संक्रमण के मामले में आस्ट्रेलिया, डेनमार्क, प्रांस, नीदरलैंज्स, नार्वे, स्पेन, स्वीडन, स्विटरजरलैंड औऱ ब्रिटेन में सामने आए हैं।
ईहेक बैक्टीरिया ई कोलाई की दो प्रजातियों से बना है और इसलिए अलग और ताकतवर भी है। यह बड़ी आंत में चिपक कर बैठ जाता है और फिर वहां जहर उगलता है। संक्रमण का एक और असर है वह है तंत्रिका प्रणाली पर हमला। जहर आंत को नुकसान पहुंचाते हैं और इससे खूनी पेचिस होता है। यह बैक्टीरिया उस ग्रुप का है जो शिका नाम का जहर पैदा करता है। उधर चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्हे जो बैक्टीरिया मिला है वह ईकोलाई की प्रजाति ईएईसी 55989 से मिलता जुलता है।
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