हेल्दी-लॉन्ग लाइफ के लिए रूटीन मेडिकल टेस्ट, जो रखेगा उम्रभर FIT
कुछ बेहद इंपॉर्टेंट मेडिकल रूटीन टेस्ट और उसे कराने की सही उम्र के बारे में।

कब कराएं टेस्ट : कोलेस्ट्रॉल स्नंग टेस्ट की शुरुआत 20 साल की उम्र से कराना सही रहता है। हर पांच वर्ष में एक बार इस टेस्ट को जरूर करवाना चाहिए। लेकिन अगर इस टेस्ट में यह बात सामने आती है कि आपके ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का लेवल सामान्य से अधिक है या हार्ट डिजीज की फैमिली हिस्ट्री है तो हर 6 से 12 महीने पर इस टेस्ट को कराना जरूरी होता है। बीपी टेस्टयह बहुत ही जनरल टेस्ट है। लेकिन हमारे हेल्थ के लिए रेग्युलर बीपी टेस्ट कराना बहुत जरूरी होता है। ऐसा करना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि हर पांच में से एक व्यक्ति का बीपी लेवल एबनॉर्मल होता है। अगर हमारी बीपी लेवल 140/90 से अधिक या कम होता है, तो इससे न सिर्फ हमारे हार्ट पर प्रेशर पड़ता है, बल्कि हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और किडनी फेल होने की आशंका भी बढ़ जाती है।
कब कराएं टेस्ट : वैसे तो यह टेस्ट किसी भी उम्र में किया जा सकता है, लेकिन पंद्रह साल की उम्र से इसकी शुरुआत कर देना बेहतर रहता है। बीपी लेवल सामान्य रहने पर साल में एक बार इसकी जांच कराना सही रहता है, लेकिन अगर यह हाई या लो रहता है तो हर छह महीने में इसकी जांच करानी चाहिए। आई टेस्ट एंड विजन स्क्रीनिंग भले ही आपका विजन 6/6 हो यानी दूर और नजदीक की नजर एकदम सामान्य हो, फिर भी रेग्युलर आई टेस्ट कराना जरूरी है। आई टेस्ट के जरिए जहां आप्टिक नर्व, मोतियाबिंद, काला मोतिया आदि बीमारियों की जांच की जाती है, वहीं विजन स्क्रीनिंग टेस्ट में विजन यानी दृष्टि की जांच की जाती है। इस जांच में यह पता किया जाता है कि कहीं आपके दूर या पास की दृष्टि खराब तो नहीं हो गई है।
कब कराएं टेस्ट: इस टेस्ट को साल में एक बार जरूर करा लेना चाहिए। लेकिन जो डायबिटिक हैं, उन्हें हर 6 महीने में इस टेस्ट को करवाना चाहिए, क्योंकि डायबिटीज होने पर हमारी रेटिना प्रभावित होती है।
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि, हमें फॉलो करें ट्विटर और पिंटरेस्ट पर-
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App